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नई दिल्ली: टी20 वर्ल्ड कप से पहले टीम इंडिया के मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती घातक फॉर्म में चल रहे हैं. वरुण चक्रवर्ती ने सोमवार को खेले गए IPL मैच में विराट कोहली की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बैटिंग ऑर्डर को तहस-नहस कर दिया. वरुण चक्रवर्ती ने 4 ओवर में 13 रन देकर 3 विकेट झटके हैं. वरुण चक्रवर्ती की गेंदबाजी की बदौलत कोलकाता नाइट राइडर्स ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को सिर्फ 92 रनों पर ऑलआउट कर दिया. इसके बाद KKR ने RCB को 9 विकेट से हराकर धमाकेदार जीत दर्ज की.
RCB की हार टीम इंडिया के लिए बड़ी खुशखबरी
विराट कोहली की टीम बुरी तरह हार गई, लेकिन वह बहुत खुश थे. टी20 वर्ल्ड कप से पहले वरुण चक्रवर्ती की फॉर्म टीम इंडिया के लिए बड़ी खुशखबरी हैं. वरुण चक्रवर्ती टी20 वर्ल्ड कप में टीम इडिया के लिए अहम खिलाड़ी होंगे. मिस्ट्री स्पिनर वरुण दावा कर चुके हैं कि वह सात तरह से गेंद फेंक सकते हैं. इनमें ऑफब्रेक, लेगब्रेक,  गुगली, कैरम बॉल, फ्लिपर, टॉपस्पिन, पैर की उंगलियों पर यॉर्कर शामिल है.
वरुण चक्रवर्ती को पहली बार टी20 वर्ल्ड कप खेलने का मौका मिला है. वरुण चक्रवर्ती टी-20 वर्ल्ड कप में विरोधी टीमों के लिए घातक साबित हो सकते हैं. टी-20 इंटरनेशनल मैचों में अब तक वरुण चक्रवर्ती ने 3 मैच में 2 विकेट चटकाए हैं. वहीं, 22 IPL मैचों में उनके नाम 28 विकेट हैं. 
टी20 वर्ल्ड कप में मिलेगा इनाम 
कोहली ने आरसीबी की बैटिंग ऑर्डर को तहस-नहस करने वाले वरुण चक्रवर्ती की जमकर तारीफ की और कहा कि वह टी-20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के काफी काम आएंगे. विराट ने कहा, ‘वरूण ने काफी अच्छी गेंदबाजी की, जब वह भारत के लिए खेलेंगे तो हमारे लिए अहम खिलाड़ी होंगे. वह ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनको निकट भविष्य में भारत की ओर से खेलने का मौका मिलेगा, यह काफी अच्छे संकेत हैं.’ 
सबसे बड़े मैच विनर हैं वरुण चक्रवर्ती
बता दें कि वरुण चक्रवर्ती के कारण कुलदीप यादव को टी20 वर्ल्ड कप की टीम में मौका नहीं मिला. इस बात से पता चलता है कि वरुण चक्रवर्ती कितने खास खिलाड़ी हैं. विराट ने बैंगलोर की हार का ठिकरा बल्लेबाजों के सिर फोड़ा, उन्होंने कहा, ‘अच्छी साझेदारी करना महत्वपूर्ण था. हमने इतनी जल्दी इतनी अधिक ओस की उम्मीद नहीं की थी. एक विकेट पर 42 रन के बाद 20 रन के आसपास पांच विकेट गंवा दिए. यह आंखें खुलने की तरह है, दूसरे चरण की शुरुआत में ही ऐसा होने के बाद हमें पता है कि किन क्षेत्रों में हमें काम करना है.’ कोहली हालांकि हार से अधिक परेशान नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘हमने आठ में से पांच मुकाबले जीते हैं, हमने कुछ मुकाबले हारने की उम्मीद की थी. यह खेल का हिस्सा है, हमें पेशेवर रुख अपनाने की जरूरत है. अपने मजबूत पक्षों के अनुसार खेलना होगा और अपने प्लान को अमलीजामा पहनाना होगा.’
केकेआर के कप्तान इयोन मोर्गन ने कहा कि ऐसा बहुत कम होता है जब टीम इतना अच्छा प्रदर्शन करती है. मोर्गन ने कहा, ‘बहुत कम ऐसा होता है जब आप ऐसा प्रदर्शन करते हैं जैसा हमने आज किया. हमारे पास प्रतिभावान खिलाड़ी हैं. इसके बावजूद हालांकि आपको मैदान पर अच्छा प्रदर्शन करना होता है और हमने आज ऐसा किया. मुझे नहीं लगता कि विकेट में अधिक बदलाव आया. आरसीबी ने अच्छी शुरुआत की लेकिन पावरप्ले के अंत में विकेट से हमारे लिए चीजें बदल गई.’
टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया 
विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उपकप्तान), केएल राहुल, सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या, रवींद्र जडेजा, राहुल चाहर, रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल, वरुण चक्रवर्ती, जसप्रीत बुमराह , भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी. 
स्टैंडबाय खिलाड़ी- श्रेयस अय्यर, शार्दुल ठाकुर, दीपक चाहर.
कैसे खुली वरुण चक्रवर्ती की किस्मत?
वरुण चक्रवर्ती तमिलनाडु से खेलने वाले स्पिनर गेंदबाज हैं. उनका जन्म 29 अगस्त 1991 को कर्नाटक के बिदर में एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ. वरुण स्कूल में पढ़ाई करने के दौरान क्रिकेट भी खेला करते थे. उन्हें क्रिकेट में बहुत दिलचस्पी थी. 13 साल की उम्र में वो बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज क्रिकेट खेलते थे. उन्होंने 17 साल की उम्र तक क्रिकेट खेली. लेकिन एज ग्रुप क्रिकेट में उन्हें कई बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा. उनके असफलता को देखते हुए परिवार ने उन्हें पढ़ाई पर ध्यान देने को कहा. परिवार का दबाव उन पर था. वरुण ने निराश होकर क्रिकेट में अपना करियर बनाने का सपना छोड़ दिया.
फिर समय से पहले किसी को शायद ही कुछ मिलता हो. फिलहाल, क्रिकेट छोड़कर वरुण अपनी पढ़ाई पर फोकस करने लगे. उन्होंने चेन्नई के एसआरएम विश्वविद्यालय में अपना एडमिशन ले लिया. वो 5 साल तक आर्किटेक्चर की पढ़ाई की. पढ़ाई पूरी करने के बाद आर्किटेक्स सेक्टर में नौकरी करने लगे. सुबह 10 से 6 की नौकरी में उनका मन नहीं लगता था. अभी भी वरुण क्रिकेट को भुला नहीं पाए थे. क्रिकेट उनका पैशन था. इस बीच वो जब भी समय मिलता या वीकेंड पर टेनिस बॉल से क्रिकेट खेलते. क्रिकेटर बनने के अधूरे सपने उन्हें सोने नहीं देते थे.
फिर उनका सपना उनकी नौकरी पर भारी पड़ गया. वरुण चक्रवर्ती ने फिर से क्रिकेट के लिए नौकरी छोड़ दी. साल 2015 में उन्होंने क्रोमबेस्ट क्रिकेट अकादमी में दाखिला ले लिया. करीब सात साल के बाद वरुण ने वापसी की थी. अब उनकी उम्र 25 की हो चुकी थी. उनको बहुत अधिक मेहनत की जरूरत थी. अकादमी जॉइन करने के बाद वरुण बल्लेबाज़ के साथ तेज़ गेंदबाज के तौर पर अभ्यास करने लगे. बतौर तेज गेंदबाज ऑलराउंडर क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया. यहां एक बार फिर किस्मत रूठ गई. शुरुआत में ही उन्हें मैच के दौरान चोट लग गई. घुटने की चोट के चलते वरुण को एक बार फिर कई दिनों तक क्रिकेट से दूर रहना पड़ा.
वैरीएशन ने बनाया मिस्ट्री बॉलर
चोट से उबरने के बाद वरुण स्पिन गेंदबाजी करने लगे. ट्रेनिंग के दौरान वरुण ने स्पिन गेंदबाजी में काफी वैरीएशन सीखी. वो प्रशिक्षण के दौरान टेनिस बॉल से गेंदबाजी पर खूब मेहनत करने लगे. इसी मेहनत के बूते वो टेनिस बॉल क्रिकेट के बेहतरीन स्पिनर बन गए.  वरुण ने इस टैलेंट ने लेदर बॉल क्रिकेट में इस्तेमाल किया. वैसे तो उन्हें लेगब्रेक गुगली गेंदबाज के तौर पर जाना जाता है. लेकिन वो ऑफ ब्रेक, कैरम बॉल, टॉप स्पिन और स्लाइडर गेंदे आदि फेंकने में भी माहिर हैं. उनकी गेंदबाजी में इतने वैरीएशन देखने के बाद उन्हें मिस्ट्री बॉलर के नाम से पहचान मिली. मिस्ट्री बॉलर वरुण चक्रवर्ती अपनी गेंदबाजी वैरीएशन के चलते चेन्नई लीग सीजन चार (2017-18) में जुबली क्रिकेट क्लब से खेलने का मौका मिला. 
इस टूर्नामेंट में वरुण ने शानदार गेंदबाजी करते हुए बल्लेबाजों को खूब परेशान किया. उनकी घातक गेंदबाजी के चलते उन्हें महज 7 मैचों में 31 विकेट मिले थे. इस दौरान उन्होंने सिर्फ 3.06 की इकॉनमी से रन दिए थे. सालों बाद वापसी करने के बावजूद अपनी मेहनत और लगन से शानदार प्रदर्शन किया था.  27 साल के इस खिलाड़ी को इसके मेहनत का फल भी मिला. तमिलनाडु प्रीमियर लीग में मदुरई पैंथर्स की तरफ से अपनी काबिलियत दिखाने का मौका मिला. वरुण ने इस टूर्नामेंट में अपनी धमाकेदार प्रदर्शन के दम पर खूब चर्चाएं बटोरी. उस साल अपनी टीम को ख़िताब दिलाने में वरुण की अहम भूमिका रही.  टीपीएल टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में वरुण ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 4 ओवर में 9 रन देकर 2 विकेट चटकाए थे. इस लीग में उन्होंने 5 से भी कम औसत से रन लुटाए थे.  
वरुण चक्रवर्ती के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए फाइनल मुकाबले में कमेंट्री कर रहे आस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज माइकल हसी ने उनकी खूब प्रशंसा की थी. उन्होंने वरुण की गेंदबाजी को देखते हुए कहा कि वरुण के अन्दर एक अलग तरह का बेहतरीन टैलेंट है. वो आईपीएल अभ्यास सत्र के दौरान कोलकाता नाइटराइडर्स की तरफ से गेंद फेंकने के लिए बुलाए गए. जहां से उन्होंने अपनी गेंदबाजी को और निखारा था. उन्हें दिग्गज स्पिनर सुनील नरेन से भी टिप्स मिले. 
IPL ने बना दिया करोड़ों का मालिक
आईपीएल 2019 के लिए हुई नीलामी में वरुण को खरीदने के लिए होड़ लग गई. अंत में किंग्स इलेवन पंजाब ने 8.4 करोड़ रूपये की महंगी कीमत देकर वरुण को अपनी टीम में शामिल किया. आईपीएल 2019 में वरुण सबसे महंगे अनकैप खिलाड़ी बनकर खूब चर्चा बटोरी थी.  एक तरफ उनकी महंगी कीमत ऊपर से उनकी फिल्मी जिन्दगी. बहरहाल, हर कोई इनको आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करते हुए देखना चाहता था. लेकिन एक बार फिर से किस्मत को शायद ज्यादा कुछ मंजूर नहीं था. पंजाब ने इन्हें पिछले सीजन में सिर्फ एक मैच में मौका दिया. 
वहीं, आईपीएल 2020 के 13वें सीजन के लिए कोलकाता नाइटराइडर्स ने इन पर भरोसा जताया. वरुण को इस सीजन के लिए 4 करोड़ रुपये मिले. जबकि इनका बेस प्राइस 20 लाख था. इस सीज़न में कोलकाता ने उन्हें प्लेइंग इलेवन में भी शामिल किया. कई बार रिजेक्शन का सामना करने के बाद वरुण इस सीजन में धमाल मचा रहे हैं. उन्होंने आईपीएल 2020 में 3 मैच में 4 विकेट हासिल किए हैं. डेविड वॉर्नर जैसे बड़े खिलाड़ी को पवेलियन का रास्ता दिखा चुके हैं. अभी इस सीजन के कई मैच खेले जाने बाकी हैं. ऐसे में वरुण के पास अपनी प्रतिभा दिखाने का बेहतरीन मौका है. वहीं, टीम को भी इनसे अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी.

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