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अयोध्या. भारत के कई शहरों से होते हुए नेपाल जाने वाली तीर्थ और पर्यटन को जोड़ने के मकसद से चलाई गई भारत गौरव ट्रेन अयोध्या पहुंची तो उसका भव्य स्वागत किया गया. इस ट्रेन के तीर्थ यात्रियों के स्वागत के लिए पर्यटन मंत्री, सांसद और महापौर आदि जनप्रतिनिधि फूल मालाओं और बैंड बाजों के साथ रेलवे स्टेशन पर मौजूद रहे. दिल्ली से चली इस ट्रेन में मौजूद तीर्थयात्री अयोध्या में हुए स्वागत से अभिभूत नज़र आए और उन्होंने इस स्पेशल ट्रेन की सुविधाओं की भरपूर तारीफ की.
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने फूल और मालाओं से तीर्थ यात्रियों का स्वागत किया. आज 22 जून की रात 9:30 बजे यह ट्रेन अयोध्या से गोरखपुर के लिए रवाना होगी. श्री रामायण यात्रा के तौर पर चलाई जा रही यह ट्रेन गोरखपुर से नेपाल स्थित जनकपुर जाएगी, जिसे देवी सीता का मायका माना जाता है. फिर जनकपुर से बनारस के लिए ट्रेन रवाना होगी. कुल 17 दिन 18 रात में भारत के तीर्थ स्थलों की यात्रा यह ट्रेन पूरी करेगी. इस ट्रेन में कुल 480 तीर्थ यात्री सवार हैं.

भारत गौरव स्पेशल ट्रेन के अंदर मौजूद अटेंडर और कर्मचारी भी पारंपरिक परिधानों में नजर आ रहे हैं. 30 यात्रियों का स्वागत करने पहुंचे पर्यटन मंत्री राजवीर सिंह ने कहा, पर्यटकों के आगमन से स्थानीय लोगों को रोज़गार मिलता है. तीर्थयात्रियों के स्वागत के दौरान सांसद लल्लू सिंह ने कहा, 15 नवंबर 2021 को प्रधानमंत्री ने ऐसी ट्रेन चलाए जाने की घोषणा की थी और स्पेशल ट्रेन कुछ ही महीनों के भीतर पहले दिन अयोध्या पहुंची है. ट्रेन के यात्रियों का आज दिन भर का अयोध्या में दर्शन पूजन का कार्यक्रम रहा.

Shri Ram represents the soul of Bharat!

Embark on a journey to the places associated with the life of भगवान श्री राम with Shri Ramayana Yatra, a Bharat Gaurav Tourist Train. pic.twitter.com/Jk6ukaQVMm

— Ministry of Railways (@RailMinIndia) June 21, 2022

अयोध्या पहुंचने से पहले इस ट्रेन को रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से 21 जून को हरी झंडी दिखाई दी. उनके साथ उत्तर पूर्व क्षेत्र के पर्यटन व संस्कृति विकास मंत्री किशन रेड्डी भी मौजूद थे. बताया गया है कि इस ट्रेन से यात्रियों को भारत के उन तीर्थस्थलों की यात्रा करवाई जाएगी, जो भगवान राम के जीवन में महत्वपूर्ण रहे हैं. यानी यह ट्रेन उत्तर की अयोध्या से होकर दक्षिण की अयोध्या यानी भद्राचलम तक की यात्रा करने वाली है.

कितनी खास है यह रामायण यात्रा?
— आईआरसीटीसी की इस टूरिस्ट ट्रेन में 11 थर्ड एसी क्लास कोच हैं.
— इस ट्रेन की क्षमता 600 यात्रियों की है.
— हर यात्री को इस 18 दिन की यात्रा के लिए 62,370 रुपये का खर्च आ रहा है.
— वनवास के दौरान भगवान राम, लक्ष्मण व सीता जहां गए या रहे, उन प्रमुख स्थानों पर यह ट्रेन जाएगी.
— यह ट्रेन 8000 किलोमीटर की यात्रा तय करेगी.
— इस ट्रेन की इंटीरियर डिज़ाइनिंग भी रामायण के कथा प्रसंगों के अनुसार की गई है.

कैसा रहा यात्रियों का अनुभव?
ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों ने कहा पीने के पानी, नाश्ते के साथ ही स्पेशल छाता तीर्थ यात्रियों को दिया गया है. रेल कर्मचारी लगातार खाने पीने के लिए मनुहार कर रहे हैं. अफ्रीका से आए एनआरआई तीर्थयात्री ने कहा ‘मैं सारा सामान लेकर चला था लेकिन सब ट्रेन में है ही.’ यात्रियों को लेकर सफर कर रहे सहयोगियों ने बताया, बुजुर्गों और बच्चों का ट्रेन में विशेष ध्यान रखा जा रहा है. साथ ही भोजन की गुणवत्ता और समय से नाश्ता, लंच व डिनर का ध्यान रखा जा रहा है. यही नहीं, शुद्ध, सात्विक, बिना प्याज लहसुन का भोजन श्रद्धालुओं को दिया जा रहा है.

क्या है इस ट्रेन का रूट?
स्वदेश दर्शन स्कीम के तहत यह भारत गौरव ट्रेन रामायण सर्किट में दौड़ रही है. इसके प्रमुख स्थान अयोध्या, जनकपुर, सीतामढ़ी, बक्सर, वाराणसी, प्रयागराज, शृंगवेरपुर, चित्रकूट, नाशिक, हम्पी, रामेश्वरम, कांचीपुरम और भद्राचलम हैं. लखनऊ में आईआरसीटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत कुमार सिन्हा ने कहा, भारत और नेपाल के बीच पहली बार कोई टूरिस्ट ट्रेन चली है, जो अयोध्या और जनकपुर जैसे दो धार्मिक महत्व के शहरों को जोड़ रही है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Special Train, UP news, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : June 22, 2022, 10:26 IST

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