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रिपोर्ट: धीरेंद्र शुक्ला

चित्रकूट. चित्रकूट की रामनवमी अयोध्या से ज्यादा खास मानी जाती है. मान्यता है कि चित्रकूट में प्रभु राम ने वनवास का सबसे ज्यादा समय बिताया था. कहते हैं आज भी चित्रकूट की वादियों में प्रभु राम की यादें बसती हैं.

मान्यता है कि चित्रकूट में प्रभु राम के कई ऐसे चिह्न हैं जहां पर प्रभु राम बसते हैं. आज भी साधु-संत प्रभु राम को याद करते हैं. चित्रकूट में स्वयं ब्रह्मा जी ने हवन यज्ञ किया था. इसलिए चित्रकूट प्रभु राम की तपोभूमि है.

चित्रकूट के कामदगिरी के महंत मदन गोपाला दास ने बताया कि प्रभु राम कि रामनवमी 30 मार्च 2023 को बड़ी धूमधाम से मनाई जाएगी. चित्रकूट के मठ मंदिरों और मंदाकिनी तट पर दीप जलाकर प्रभु राम को याद करेंगे. अयोध्या से खास चित्रकूट इसलिए रामनवमी में मानी जाती है कि प्रभु राम जब अयोध्या में थे तब मर्यादा पुरुषोत्तम राम कहलाते थे. लेकिन जब प्रभु राम चित्रकूट के वनवास काल में आए तब वे प्रभु राम कहलाए जानें लगे. इसीलिए चित्रकूट की रामनवमी बेहद खास प्रभु राम के नाम से जानी जाती है और अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के नाम से जानी जाती है. इसलिए यहां के साधु संतों का मानना है कि चित्रकूट प्रभु राम के लिए रामनवमी का बहुत ही शुभ अवसर है. रामनवमी के दिन अपने भक्तों को दर्शन और आशीर्वाद देने के लिए प्रभु राम चित्रकूट जरूर आते हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Chitrakoot News, Ram Navami, UP newsFIRST PUBLISHED : March 24, 2023, 14:27 IST

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