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सर्वेश श्रीवास्तव /अयोध्या: “प्रबिसि नगर कीजे सब काजा हृदयं राखि कौसलपुर राजा” अर्थात भगवान भक्तों के हृदय में ही विराजमान रहते हैं”. हृदय में राम की आस्था लेकर लाखों की संख्या में भक्त 22 जनवरी के बाद धर्म नगरी अयोध्या पहुंचेंगे. हर राम भक्त के मन में यह इच्छा होती है की राम मंदिर में कैसे प्रभु राम की पूजा आराधना करें . इस दौरान भक्तों को किन नियमों का पालन करना होगा. कितनी दूरी से प्रभु अपने भक्तों को दर्शन देंगे. यह सभी जानकारी हर राम भक्त जानना चाहता है. तो चलिए आज हम आपको इस रिपोर्ट में बताते हैं कि राम मंदिर में पूजा करने की क्या-क्या गाइडलाइंस है राम मंदिर ट्रस्ट ने जारी की हैं .

अयोध्या में एक धार्मिक मान्यता है कि रामलला के दर्शन से पहले भक्तों को हनुमानगढ़ी मंदिर में पवन पुत्र हनुमान का दर्शन करना चाहिए और उनकी आशीर्वाद लेने के बाद ही रामलला का दर्शन करना चाहिए. कहते हैं यहां बजरंगबली के दर्शन किए बिना रामलला की पूजा अधूरी मानी जाती है.गौरतलब है कि यह एक धार्मिक मान्यता है जरूरी गाइडलाइन नहीं.

30 फीट की दूरी से करना होगा रामलला का दर्शनराम मंदिर में प्रवेश के साथ ही आपको सुरक्षा के नियमों का पालन करना होगा. राम मंदिर में किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक घड़ी, लैपटॉप या कैमरा लेकर जाना मना है. अगर आप इन चीजों के साथ पकड़े जाते हैं तो आपकों समस्या का सामना करना पड़ सकता है. इसके साथ ही राम मंदिर में आप किसी भी प्रकार का खाने का सामान नहीं लेकर जा सकते हैं. एंट्री करने से पहले आपको सारा खाने के सामान बाहर ही रखना होगा. साथ ही भक्त रामलला के दर्शन 30 फीट की दूरी से कर सकेंगे.

भक्तों को मिलेगा ये प्रसादराम मंदिर में भक्तों को प्रसाद चढ़ाने की अनुमति नहीं मिलेगी. दर्शन करने के उपरांत आपको प्रसाद के रूप में इलायची दाना दिया जाएगा. इसके अलावा राम मंदिर में पूजा आराधना करने के लिए राम मंदिर ट्रस्ट ने अभी तक कोई आधिकारिक गाइडलाइंस नहीं जारी किया है. लेकिन सुरक्षा के नियमों का पालन करते हुए आपको मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा.
.Tags: Ayodhya News, Dharma Aastha, Local18, Religion 18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : January 14, 2024, 12:41 IST

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