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रजनीश यादव /प्रयागराज : प्रत्येक वर्ष नवंबर में क्यूएस ( क्वाकारेली साइमंड्स) उच्च शिक्षण संस्थानों को लेकर विश्व के टॉप 1000 संस्थाओं की सूची जारी करता है. जिसमें वह शिक्षा और शोध के आधार को बनाकर रैंकिंग बनता है. 2024 में जारी रैंकिंग के 20 वें संस्करण में पहली बार प्रयागराज के 3 शिक्षण संस्थानों को जगह मिली है.

क्यूएस वर्ल्ड द्वारा जारी रैंकिंग में इलाहाबाद विश्वविद्यालय को एशिया में 701 से 750 के बीच का स्थान मिला जबकि भारत ने 86 से 90 के बीच स्थान मिला है. ऐसा पहली बार हुआ है जब इलाहाबाद विश्वविद्यालय को यह स्थान प्राप्त हुआ. इसके पहले इलाहाबाद विश्वविद्यालय हमेशा इस रैंकिंग में टॉप 1000 से बाहर रहता था. वही प्रयागराज का मोतीलाल नेहरू सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान और झलवा स्थित ट्रिपल आईटी को भी टॉप 1000 में स्थान मिला.

क्या होते हैं रैंकिंग के आधारबता दें कि क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग में इंस्टीट्यूट्स को 9 आधार पर परखा जाता है जो इस प्रकार हैं. इम्प्लॉयर रेपुटेशन, एकेडमिक रेपुटेशन, सिटेशन पर फैकल्टी, इंटरनेशनल फैकल्टी रेशियो, इंटरनेशनल स्टूडेंट रेशियो, इंटरनेशनल रिसर्च नेटवर्क, फैकल्टी स्टूडेंट रेशियो, इंप्लॉयमेंट आउटकम और सस्टेनबिलिटी.

इलाहाबाद विश्वविद्यालय को मिले इतने अंकइलाहाबाद विश्वविद्यालय को एशिया में 701-750 रैंकिंग बैंड में जगह मिली है. इविवि को एकेडमिक रेपोटेशन में 6.6, साइटेशन प्रति पेपर में 17.7, इम्प्लॉयर रेपुटेशन में 1.7, छात्र-शिक्षक अनुपात में 1.3 और अंतरराष्ट्रीय शोध कार्य में 2.3 अंक मिले हैं. देश में विश्वविद्यालय को 86-90 रैंकिंग बैंड में जगह मिली है. आने वाले समय में नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) में भी इविवि की दावेदारी मजबूत हुई है.

क्या है विश्वविद्यालय का लक्ष्य?इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पीआरओ जय कपूर बताती है कि इस रैंकिंग में इलाहाबाद विश्वविद्यालय का स्थान आना विश्वविद्यालय के लिए सुखद एहसास है. हमारा लक्ष्य है कि अबकी बार यूजीसी द्वारा जारी नैक स्कोर में भी इलाहाबाद विश्वविद्यालय अच्छा स्थान प्राप्त करें.
.Tags: Allahabad news, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : November 13, 2023, 16:04 IST

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