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विशाल झा/ गाजियाबाद: दिवाली के दिन प्रतिबंध के बावजूद भी लोगों ने जमकर पटाखे फोड़े. पटाखों पर प्रतिबंध का दिल्ली-एनसीआर में कोई खास असर देखने को नहीं मिला. इतना ही नहीं बल्कि इस बार दिल्ली सरकार ने भी लोगों से पटाखे ना फोड़ने की अपील की थी. बड़ी मात्रा में पटाखे फोड़ने के कारण दिल्ली- एनसीआर में एक बार फिर से प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है. प्रदूषण से लोगों के सामने फिर सांस लेने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है.

दिवाली दौरान दोपहर से ही आतिशबाजी का दौर शुरू हो गया था. देर रात तक जमकर पटाखेबाजी हुई. हालांकि, इस वर्ष पिछले साल की तुलना में लोग कम पटाखे फोड़ते हुए दिखे. कुछ लोगों को छोड़कर इलाके में और उसके आसपास बहुत से लोग अपने घरों से बाहर निकलते नहीं दिखे. कुछ जगहों पर दिया जलाने और पटाखे के चलते छिटपुट आग लगने की घटना भी सामने आती रही.

बारिश के मिली थी प्रदूषण से राहतखास बात है कि शुक्रवार को बारिश के चलते प्रदूषण से थोड़ी राहत जरूर मिली थी. 8 साल में पहली बार दिवाली के दिन दिल्ली की सबसे अच्छी हवा रही थी. रविवार को दिल्ली वासियों को साफ आसमान और साफ धूप का एहसास हुआ था. तीन सप्ताह में दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शाम 4 बजे 218 रहा था.

गाजियाबाद में बढ़ सकता हैं प्रदूषण का स्तरहालांकि, दिल्ली-एनसीआर में जमकर हुई आतिशबाजी के कारण रात में कम तापमान के चलते प्रदूषण का स्तर बढ़ गया. आज वसुंधरा का एक्यू आई 207, इंदिरापुरम का 261, लोनी का 288, संजय नगर में 277 है. जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों से अपील की गई है कि बिना किसी आवश्यक काम के घरों से बाहर न निकले. इस त्योहार के सीजन में अभी गोवर्धन पूजा और भाई दूज जैसे त्योहार बाकी है. इसके बाद शादियों के सीजन में भी आतिशबाजी के कारण प्रदूषण में बढ़ोतरी की आशंका है.
.Tags: Ghaziabad News, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : November 13, 2023, 14:21 IST

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