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शाश्वत सिंह/झांसी. 1857 में हुए प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के केंद्र बिंदु रहे झांसी से तिरंगा महोत्सव की शुरुआत किया गया. 9 अगस्त से लेकर 15 अगस्त तक चलने वाले इस कार्यक्रम की शुरुआत चित्रकला प्रतियोगिता से की गई. 100 से भी अधिक स्कूली विद्यार्थियों ने चित्रकला प्रतियोगिता में हिस्सा लिया. इन सभी विद्यार्थियों ने रंगों के माध्यम से स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी. विद्यार्थियों ने भारत माता से लेकर आधुनिक भारत की उनकी कल्पना को कैनवस पर उकेरा.राजकीय संग्रहालय के प्रदर्शनी हाल में आयोजित इस कार्यक्रम में झांसी के 10 स्कूल के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया था. संग्रहालय की देख रेख करने वाली उमा पराशर ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. आने वाले दिनों में अन्य कई कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा. विद्यार्थियों के अंदर देश प्रेम की भावना को जागृत करने के लिए इन कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है.युवा करेंगे भारत का विकासविद्यार्थियों को प्रोत्साहन देने के लिए झांसी की वरिष्ठ समाजसेवी और राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित डॉ. नीति शास्त्री भी यहां पहुंची. उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों ने जिस तरीके से रंगों के माध्यम से अपने सेनानियों को याद किया है वह तारीफ करने के योग्य है. युवा वर्ग में अपने सेनानियों के प्रति इतना सम्मान है यह देखकर अच्छा लगता है. इतिहास का सम्मान करने वाली युवा पीढ़ी ही भारत को एक उज्जवल भविष्य की तरफ ले जा सकती है..FIRST PUBLISHED : August 09, 2023, 23:13 IST

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