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पैंक्रियाज हमारे शरीर का एक अहम अंग है, जो पेट के निचले हिस्से के पीछे होता है. यह खाना पचाने में हमारी मदद करता है. पैंक्रियाज कैंसर एक दुर्लभ प्रकार का कैंसर है, जो आमतौर पर पैंक्रियाज के डप्ट्स के लिनिंग से शुरू होता है. इस बीमारी के शायद ही कभी शुरुआती लक्षण मिलते होंगे या दिखाई देते होंगे. इसलिए इसका पता कैंसर के तीसरे या चौथे स्टेज पर चलता है. पैंक्रियाज शरीर में काफी अंदर होता है और नियमित टेस्ट से शुरुआती ट्यूमर का पता नहीं लगाया जा सकता है. इस कैंसर के संकेत पीली आंखें, खुजली वाली त्वचा, लगातार पेट में दर्द और वजन कम हो सकते हैं.
आज हम बात करेंगे पैंक्रियाज कैंसर के 10 चेतावनी संकेतों के बारे में, जिन्हें हल्के में नहीं लेना चाहिए. आइए जानते हैं कि वो 10 संकेत क्या हैं?
1. पेट दर्दलगातार पेट दर्द को नजरअंदाज न करें क्योंकि पैंक्रियाज आपके पेट के पीछे हिस्से में होता है. बीमारी से अंग पर बढ़ते दबाव के कारण पेट में हल्का दर्द होता है. हालांकि ये दर्द बाद में यह अधिक हो जाता है और लगातार हो सकता है. इसे पैंक्रियाज कैंसर का सबसे आम लक्षण माना जाता है.
2. कमर दर्दयह तब होता है जब कैंसर पैंक्रियाज के आसपास की नसों में फैल जाता है. जब कमर में अक्सर दर्द हो रहा हो तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.
3. स्किन में खुजलीखुजली वाली स्किन के कई कारण होते हैं और पैंक्रियाज का कैंसर उनमें से एक है. खुजली तब होती है, जब त्वचा में बिलीरुबिन (bilirubin) का निर्माण होता है और पीलिया के कारण त्वचा का रंग पीला हो जाता है.
4. वजन घटानऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से वजन कम होना पैंक्रियाज के कैंसर का संकेत हो सकता है. जैसे-जैसे कैंसर बढ़ता है, यह शरीर की एनर्जी को खा जाता है और आपका वजन कम हो जाता है. आपके पेट पर ट्यूमर के दबने के कारण आप भरा हुआ महसूस कर सकते हैं. इसके अलावा, जब आपका पैंक्रियाज ठीक से काम नहीं करता है, तो खाना पचाने में मदद नहीं कर पाता.
5. गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल की समस्यायदि आप हल्के रंग का ऑयली, पानीदार मल या दुर्गंध युक्त मल का अनुभव करते हैं तो यह पैंक्रियाज के कैंसर का संकेत हो सकता है. इस तरह की समस्या तब पैदा होती है जब पित्त नली में रुकावट आ जाती है और बिलीरुबिन को आपके मल में जाने से रोकता है. इससे आपके शरीर के लिए फैट को ठीक से पचाना मुश्किल बना देता है.
6. स्किन और आंखों का पीला पड़नाअगर आपकी स्किन और आंखों का रंग पीला पड़ गया है तो आपको इसे कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. लिवर की बीमारी और हेपेटाइटिस जैसी स्थितियां पीलिया का कारण बन सकती हैं. यह पैंक्रियाज के कैंसर के संकेत भी हो सकते हैं, क्योंकि पैंक्रियाज के बिल्कुल अंत में एक छोटा ट्यूमर पीलिया का कारण बन सकता है.
7. गहरा पेशाबज्यादातर लोग गहरे रंग के पेशाब को पीलिया का पहला लक्षण मानते हैं. लेकिन पेशाब का रंग डार्क तब होता है, जब ब्लड में बिलीरुबिन का लेवल बढ़ जाता है, जो मूत्र को भूरे रंग में बदल देता है.
8. डायबिटीज की की अचानक शुरुआतयदि आपको अधिक उम्र में अचानक डायबिटीज हो जाता है, तो इसे हल्के में न लें. पैंक्रियाज का कैंसर अचानक या या देर से शुरू होने वाले डायबिटीज का कारण बन सकता है क्योंकि यह इंसुलिन बनाने वाले सेल्स को नष्ट कर देता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है.
9. खून के थक्केजब एक बड़ी नस में खून के थक्का बन जाते हैं, तो यह कभी-कभी पैंक्रियाज के कैंसर का पहला संकेत हो सकता है. यह आमतौर पर लाली, सूजन और पैर में दर्द के रूप में प्रकट होता है, जिसमें खून का थक्का होता है. खून के थक्के का एक टुकड़ा आपके फेफड़ों में भी जा सकता है, जिससे सांस लेना मुश्किल हो जाता है.
10. थकानयदि आप बिना किसी कारण के अत्यधिक थकान महसूस करते हैं, तो आपको अपने डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए. पैंक्रियाज कैंसर और सभी प्रकार के कैंसर भी आपको अत्यधिक थका हुआ महसूस करा सकते हैं और आपकी सामान्य गतिविधियों को प्रभावित कर सकते हैं.
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