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नोएडा. गौतम बुद्ध नगर (Gautam Budh Nagar) के नोएडा (Noida) और ग्रेटर नोएडा में डेंगू के मरीज बढ़ रहे हैं. कुछ खास इलाके और सेक्टर ऐसे हैं जो डेंगू का क्लस्टर बन गए हैं. सबसे ज्यादा डेंगू के मरीज इसी क्लस्टर से आ रहे हैं. बीते दो-तीन साल के आंकड़ों को देखते हुए इस साल डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ी है. हर रोज करीब 15 से 20 डेंगू (Dengue) के मरीज आ रहे हैं. हालांकि प्रशासन डेंगू से निपटने के लिए लगातार इंतजाम कर रहा है. अस्पतालों (Hospital) में बेड की संख्या बढ़ा दी गई है. एंटी लार्वा दवा का छिड़काव किया जा रहा है. डेंगू के क्लस्टर में फॉगिंग कराई जा रही है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में साफ-सफाई पर भी खास ध्यान दिया जा रहा है.
अब तक नोएडा में आ चुके हैं 357 डेंगू के मरीज
जानकारों की मानें तो गौतम बुद्ध नगर में बीते चार साल डेंगू का प्रकोप न के बराबर था. अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2017 में गौतम बुद्ध नगर में डेंगू के 13 मामले दर्ज किए गए थे. जबकि साल 2018 में 28 मामले, साल 2019 में 40 और साल 2020 में 27 मामले दर्ज किए गए थे. जबकि इस साल के आंकड़ों पर निगाह डालें तो अकेले नोएडा में ही अब तक 357 मामले डेंगू के दर्ज किए जा चुके हैं. मंगलवार को भी 17 मामले दर्ज किए गए हैं. पूरे जिले में डेंगू के सबसे ज्यादा 10 क्लस्टर नोएडा में ही हैं.
जिले में कहां हैं डेंगू के 18 क्लस्टर
गौतम बुद्ध नगर स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की मानें तो नोएडा में सबसे ज्यादा क्लस्टर सदरपुर, छलेरा, ममुरा, निठारी, बरोला, छिजारसी के साथ सेक्टर 5, 9, 22 और 51 में हैं. वहीं ग्रेटर नोएडा में चिन्हित किए गए क्लस्टर में अल्फा 2,  गामा 1, बीटा 1, गौर सिटी 1-2, हैबतपुर, कुलेसरा और सूरजपुर है.
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सभी सेक्टर और इलाकों को डेंगू के क्लस्टर के रूप में घोषित किया गया है. डीएम सुहास एल वाई के निर्दश पर यहां खास सर्तकता बरती जा रही है. समय-समय पर फॉगिंग हो रही है. कहीं पर भी जमा हुए पानी को साफ किया जा रहा है. एंटी लार्वा दवा का छिड़काव किया जा रहा है.
अस्पतालों में किए गए हैं यह खास इंतजाम
गौतम बुद्ध नगर में लगातार बढ़ रही है डेंगू के मरीजों की संख्या. सेक्टर 30 स्थित बाल चिकित्सालय एवं स्नात्कोत्तर शैक्षणिक शिक्षण संस्थान में तीसरी और चौथी मंजिल पर 10-10 बिस्तर का डेंगू वार्ड बनाया गया है. जिले के अलग-अलग अस्पताल में डेंगू के करीब 300 से ज्यादा मरीजों का इलाज चल रहा है. हर रोज 15 से 20 मरीज डेंगू के आ रहे हैं.

एलाइजा किट के जरिए डेंगू के मरीजों की जांच की जा रही है. डॉक्टरों का कहना है कि डेंगू की चपेट में बच्चे और बड़े सभी आ रहे हैं, इसलिए ज्यादा एहतियात बरतने की है. जानकारों की मानें तो प्लेटलेट्स की खपत भी काफी बढ़ गई है. लगातार डिमांड बनी हुई  है. अभी तक जिला अस्पताल में डेंगू के एक मरीज में सबसे कम चार हजार प्लेटलेट्स पाई गईं थी.पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.

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