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हाइलाइट्स28 अगस्त को महज 9 सेकेंड में ट्विन टावर को ध्वस्त किया गया था.सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सुपरटेक ने जमींदोज करवाया था.सुपरटेक ने कहा है कि उस जगह पर फिर से आवासीय प्रोजेक्ट बनेगा.नोएडा: नोएडा में भ्रष्टाचार की नींव पर बनी गगनचुंबी इमारत ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण के बाद उस जगह का क्या होगा, बहुत से लोगों के मन में यह सवाल है. मगर अब खुद सुपरटेक ने बता दिया है कि ट्विन टावर वाली जमीन का अब किस काम के लिए इस्तेमाल होगा. सुपरटेक लिमिटेड ने गुरुवार को कहा कि 28 अगस्त को ध्वस्त किए गए ट्विन टावर्स कंपनी के थे और नोएडा प्राधिकरण से उचित मंजूरी मिलने और एमराल्ड कोर्ट सोसाइटी के घर खरीदारों से सहमति के बाद उस जमीन का एक अन्य आवासीय परियोजना के लिए इस्तेमाल किया जाएगा.
सुपरटेक लिमिटेड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर आरके अरोड़ा ने समाचार एजेंसी एएनआई से खास बातचीत में कहा कि नोएडा में ध्वस्त किए गए ट्विन टावर्स- एपेक्स और सेयेन, नोएडा प्राधिकरण द्वारा आवंटित भूमि पर निर्मित सेक्टर-93 ए में एमराल्ड कोर्ट प्रोजेक्ट का एक हिस्सा हैं. उन्होंने आगे कहा कि ट्विन टावर सहित प्रोजेक्ट के ब्लिडिंग प्लान को 2009 में नोएडा अथॉरिटी ने अप्रूव किया था, जो कि उस वक्त के भवन नियमों के अनुसार था. बता दें कि रविवार को दोपहर 2.30 बजे 9 सेकेंड में ट्विन टावरों को ध्वस्त कर दिया गया था.
उन्होंने कहा, ‘भवन योजना से कोई विचलन नहीं किया गया था और प्राधिकरण को पूरा भुगतान करने के बाद ही भवन का निर्माण किया गया था. अब दोनों टावरों को ध्वस्त कर दिया गया है और हमने सुप्रीम कोर्ट के अनुसार विध्वंस में शामिल एजेंसियों को ₹17.5 करोड़ की विध्वंस लागत का भुगतान कर दिया है.’ अरोड़ा ने कहा कि हम नोएडा अथॉरिटी की मंजूरी से उस जमीन का इस्तेमाल करेंगे और आरडब्ल्यूए की सहमति लेकर उस जमीन का नियमानुसार इस्तेमाल करेंगे.
आरके अरोड़ा ने कहा कि हमने ट्विन टावरों के 95 प्रतिशत घर खरीदारों को पैसा वापस कर दिया है. शेष 5 प्रतिशत लोग जो हमारे पास आ रहे हैं, हम उन्हें संपत्ति दे रहे हैं या ब्याज के साथ पैसा वापस कर रहे हैं और सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पूरी तरह पालन कर रहे हैं. बता दें कि सुपरटेक लिमिटेड के ग्रेटर नोएडा में स्थित एक हाउसिंग प्रोजेक्ट इकोविलेज II भी दिवाला कार्यवाही का सामना कर रहा है.

इस पर अरोड़ा ने कहा कि हमारी केवल एक परियोजना दिवाला कार्यवाही ( का सामना कर रही है और हम पर्याप्त आश्वस्त हैं कि कोई भी अन्य परियोजना दिवाला कार्यवाही के तहत नहीं आएगी, क्योंकि उनका ध्यान अगले 24 महीनों की समयावधि में अपनी सभी चल रही परियोजनाओं को पूरा कर डिलीवर करने की है. उन्होंने कहा कि आज 5,000 मैन पारवर परियोजना को पूरा करने के लिए काम कर रहे हैं और किसी भी अन्य परियोजना पर दिवालिया होने का कोई डर नहीं है. हमें उम्मीद है कि हम इसे समय पर पूरा करेंगे.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Noida news, Supertech twin tower, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : September 02, 2022, 07:26 IST

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