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कृष्ण गोपाल द्विवेदी/बस्ती.बस्ती मण्डल का बस्ती, सिद्धार्थनगर और संतकबीरनगर के बहुत से व्यापारियों का व्यापार नेपाल पर टिका था. कारण बस्ती मण्डल नेपाल का सीमावर्ती मण्डल है, जिसमें मुख्यतः सिद्धार्थनगर जनपद का बॉर्डर नेपाल से जुड़ा है. जहां पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में नेपाली नागरिक आते थे और जरूरी सामान भारत से खरीदकर नेपाल ले जाते थे.अगर बात की जाए व्यापार की तो भारत-नेपाल के सीमावर्ती बाजारों में ही प्रतिदिन तीन करोड़ से अधिक का व्यापार हुआ करता था. लेकिन आज ये सभी बाजार बेजार हो गए हैं. कारण नेपाल ने अपने सीमा टैक्स में वृद्धि कर दी है. जिसका सीधा असर भारत के कारोबारियों पर पड़ा है. ख़ासकर बढ़नी, सोनौली और हाथा बाजार पर.

पांच से पैतीस फीसदी बढ़ गया टेक्स

नेपाल ने भारतीय रुपया 62.5 और नेपाली रूपया 100 से अधिक का समान खरीदकर नेपाल ले जाने पर सीमा शुल्क देना पड़ेगा, जिसमें कुछ वस्तुओं पर 5% तो कुछ पर 20% तो कुछ पर 35 % तक का सीमा टैक्स नेपाल सरकार द्वारा लागू किया गया है. जिससे सस्ते में भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों से सामना खरीदकर नेपाल ले जाने वाले लोगों के भारी गिरावट आ गई. साथ ही मार्केट भी पूरी तरह से ठप पड़ गया है और व्यापारी पूरी तरह से बरबाद हो गए हैं.कारोबार हुआ चौपाटी, व्यापारी मायूसनेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र बढ़नी बाजार के राशन कारोबारी राम किशोर पटवा ने बताया कि पहले त्योहारों में हजारों की संख्या में नेपाली नागरिक आते थे और प्रतिदिन हम लोग 20 हज़ार से का कारोबार करते थे और पूरे मार्केट का कारोबार लगभग 5 करोड़ तक चला जाता था लेकिन अब पूरे दिन बैठे रहिए कोई भी ग्राहक नहीं आ रहा है, जिससे सभी का कारोबार पूरी तरह से चौपट हो गया है.
.Tags: Hindi news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : June 30, 2023, 21:02 IST

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