[ad_1]

शाश्वत सिंह/झांसी. झांसी स्थित बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने मशहूर चितेरी कलाकार डॉ. मधु श्रीवास्तव के सम्मान में विद्यार्थियों को एक गोल्ड मेडल देने का फैसला किया है. ललित कला संस्थान में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों में सबसे अधिक अंक प्राप्त करके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थी को यह सम्मान दिया जाएगा. इस वर्ष होने जा रहे दीक्षांत समारोह से ही इस मेडल की शुरुआत कर दी जाएगी. डॉ. मधु श्रीवास्तव के परिवार के सदस्यों के अनुरोध पर यह मेडल शुरू किया गया है.डॉ. मधु श्रीवास्तव बुंदेलखंड की प्रसिद्ध लोककला विद हैं. उन्होंने अपना पूरा जीवन बुंदेली चित्रकला को समर्पित कर दिया. उन्होंने चितेरी कला को एक नई पहचान दी. लुप्त होती जा रही चितेरी कला से युवाओं को जोड़ने के लिए वह लगातार प्रयास करती रही. दीवारों पर होने वाली तेरी कला को वह कपड़े तक ले आई थी. कपड़ों पर उन्होंने चितेरी कला बनानी शुरू की. उनके ही बनाए हुए चितेरी गमछों से आज झांसी में आने वाले राजकीय मेहमानों का स्वागत किया जाता है.युवाओं के लिए प्रेरणा है मधु श्रीवास्तवडॉ. मधु श्रीवास्तव अपनी अंतिम सांस तक चितेरी कला के लिए काम करती रहीं. उनकी कला को देखते हुए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने यह गोल्ड मेडल शुरू करने का फैसला लिया है. बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कला संकाय के अधिष्ठाता प्रोफ़ेसर मुन्ना तिवारी ने बताया कि मधु श्रीवास्तव का चितेरी कला में योगदान अभूतपूर्व रहा है. उन्होंने चितेरी कला को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंच तक पहुंचाया. उनके योगदान का सम्मान करते हुए विश्वविद्यालय द्वारा इस गोल्ड मेडल की शुरुआत की गई है..FIRST PUBLISHED : August 11, 2023, 21:44 IST

[ad_2]

Source link