[ad_1]

Migraine Home Remedies: हम देखते हैं कि कई बार मौसम में बदलाव होता है तो सिर दर्द होने लगता है. इसके अलावा तेज धूप, तनाव, ब्लड प्रेशर, नींद न पूरी होना और कब्ज से भी कई बार सिर में तेज दर्द होने लगता है. अगर आप भी इस समस्या से परेशान रहते हैं तो ये खबर आपके काम की है. सिर दर्द वैसे तो कई प्रकार से होता है, लेकिन माइग्रेन एक ऐसी स्थिति है, जिसमें आम सिर दर्द की तुलना काफी तेज और असहनीय दर्द होता है.
जाने माने आयुर्वेद डॉक्टर अबरार मुल्तानी के अनुसार, माइग्रेन दर्द के साथ कई बार बैचेनी, जी घबराना, उल्टी आना और तेज रोशनी से घबराहट महसूस होने जैसी परेशानियां भी होती हैं. इनसे बचने के लिए कुछ ऐसे घरेलू उपाय हैं, जिन्हें अपनाकर आप माइग्रेन दर्द की समस्या से बच सकते हैं. 
माइग्रेन के दर्द से छुटकारा दिलाने वाले उपाय (Migraine pain relief remedies)
1. देसी घी माइग्रेन के दर्द से छुटकारा पाने के लिए आप देसी घी का इस्तेमाल कर सकते हैं, माइग्रेन का दर्द शुरू होने पर शुद्ध देसी घी की दो बूंदे नाक में डाल लें, इससे आपको दर्द से फौरन राहत मिलेगी.
2. दालचीनी दालचीनी पाउड में पानी मिलाकर पेस्ट बना लें. अब इसे 20 से 25 मिनट तक अपने माथे पर लगाकर रखें. इससे भी दर्द से आराम मिलता है और आप बेहतर महसूस करते हैं. अगर आप दालचीनी से एलर्जी है तो इस नुस्खे का इस्तेमाल न करें.
3. नींबू माइग्रेन में नींबू के छिलके से बना पेस्ट भी काफी असरदार होता है. नींबू के छिलके को घिस लें. अब इसे पीसकर लेप तैयार कर लें और माथे पर लगा लें. अगर आप माइग्रेन के मरीज हैं, तो बेहतर यही है कि आप नींबू के छिलके का पाउडर बनाकर रख लें और ज़रूरत पड़ने पर लेप तैयार कर लें.
4. मक्खन और मिश्रीमक्खन में मिश्री को मिलाकर खाया जाए, तो इससे माइग्रेन में राहत मिलती है. इसके अलावा, एक चम्मच अदरक के रस और शहद को मिक्स करके भी खाया जा सकता है, इससे भी जल्द राहत मिलती है.
5. कपूर और घीजाने माने आयुर्वेद डॉक्टर अबरार मुल्तानी के अनुसार, कपूर को घी में मिलाकर लेप तैयार कर लें, फिर इसे माथे पर लगाकर हल्के हाथों से कुछ देर तक मालिश करें. इससे आपको दर्द से आराम मिलेगा और नींद भी अच्छी आएगी.
ये भी पढ़ें; Benefits of eating boiled egg: रोज इस वक्त खा लें 1 उबला अंडा, दूर भाग जाएंगी कई बीमारियां, मिलेंगे यह जबरदस्त फायदे
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.

[ad_2]

Source link