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हाइलाइट्सअसिस्टेंट प्रोफेसर डॉ जसवंत राय ने बताया कि मेरठ के हस्तिनापुर सैंग्चुरी में तितलियों की 35 प्रजातियां हैं. तितलियों पर सर्वे करनेवाले डॉ जसवंत राय बताते हैं कि अपने देश में तितलियों की 1318 प्रजातियां बची हैं. डीएफओ राजेश कुमार के मुताबिक, हस्तिनापुर सैंग्चुरी की जैव विविधता तितलियों को आकर्षित कर रहा है.रिपोर्ट : विशाल भटनागर
मेरठ. घर के आंगन में उगे पौधों पर आपने भी अपने बचपन में तितलियों को मंडराते देखा होगा. तितलियों की चहल-पहल आनंदित भी करती होगी. लेकिन धीरे-धीरे तितलियां गायब होती चली गईं. अब घर-आंगन में तितलियां दिखाई नहीं देतीं. मगर मेरठवासियों के लिए एक अच्छी खबर है. अगर वह फिर से रंग-बिरंगी तितलियां देखना चाहते हैं तो हस्तिनापुर सैंग्चुरी आएं. यहां पर में एक नहीं बल्कि 35 प्रजातियों की हजारों तितलियां पौधों पर मंडराती दिखेंगी.
तितलियों पर सर्वे करनेवाले असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ जसवंत राय ने News18 local से खास बातचीत में कहा कि हस्तिनापुर सैंग्चुरी इस समय तितलियों का संसार बन चुका है. यहां पर प्रदूषण न के बराबर है. जहां प्रदूषण नहीं होता वहां पर तितलियां इस तरीके से खेलती हुई दिखाई देती हैं. उन्होंने बताया कि शांति और द्रौपदी वन में तितलियां 5 कुल की हैं.
इकोसिस्टम में तितलियों का योगदान

बुलंदशहर में डिग्री कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर यशवंत राय का कहना है कि ईको सिस्टम में तितलियों का बहुत बड़ा योगदान है. उन्होंने बताया की एक शोध में उन्होंने पाया कि कई ऐसे प्लांट हस्तिनापुर सैंग्चुरी में मिले हैं, जिनमें तितलियां ज्यादा पाई जाती हैं. असिस्टेंट प्रोफेसर ने कहा कि जहां प्रदूषण होता है, वहां तितलियां जीवित नहीं रह पातीं और हस्तिनापुर सैंग्चुरी अपने प्राकृतिक वातावरण की वजह से तितलियों को सुखद अहसास देता है. वे कहते हैं कि हस्तिनापुर सैंग्चुरी में तितलियों का कंजर्वेशन होना चाहिए. साथ ही कहते हैं कि वेटलैंड होने की वजह से भी तितलियां यहां खिंची चली आ रही हैं. अगर बटरफ्लाइ पार्क बनाया जाए तो यहां पर्यटकों का तांता लग जाएगा.
अनुकूल वातावरण का आकर्षण

डीएफओ राजेश कुमार का कहना है कि हस्तिनापुर सैंग्चुरी में जैव विविधता है और यही अनुकूल वातावरण तितलियों को आकर्षित कर रहा है. डीएफओ राजेश का मानना कि हस्तिनापुर सैंग्चुरी में अच्छा वातावरण मिल जाता है. इसलिए यहां इतनी प्रजाति की तितलियां पाई जा रही हैं.
इन प्रजातियों की हैं तितलियां

देश में तितलियों की 1318 प्रजातियां हैं. मेरठ की हस्तिानपुर सैंग्चुरी की बात की जाए तो नियम्फलीडी 18, पीएरिडी 6, पेपिलयोनिडाई 5, लाइके निडाई 5 जैसी तितलियों की प्रजातियां पाई गई हैं. जो तितलियां हस्तिनापुर सैंग्चुरी में मिली हैं, उनमें कॉमन लेपर्ड, कॉमन पाइव रिंग, प्लेन टाइगर, कॉमन टाइगर, कॉमन जजेबल, कॉमन पिररोट, कॉमन मॉरमॉन, सिल्वर ब्लू, लाइम बटर फ्लाई, मोनार्क बटरफ्लाई प्रमुख हैं.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Better environment, Meerut news, UP newsFIRST PUBLISHED : October 10, 2022, 13:48 IST

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