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रिपोर्ट- विशाल भटनागर
मेरठ. जीवन में चाहे कितनी ही परेशानी क्यों ना हो. अगर लक्ष्य को निर्धारित कर आगे बढ़ें, तो हम कठिन से कठिन डगर को पार करते हुए मुकाम हासिल कर सकते हैं. दरअसल मेरठ बलवंत नगर निवासी जुड़वा दिव्यांग भाई आयुष और पीयूष गोयल ने इस बात को साबित किया है. दोनों भाई असाधारण बीमारी सेरेब्रल पाल्सी के शिकार हुए हैं. इसके बावजूग दोनों भाई जीवन में विभिन्न आयामों को छू रहे है.
आयुष और पीयूष स्कूल दोनों के एडमिशन के लिए जब माता-पिता ने फॉर्म भरकर जमा किए, तो स्कूल वालों ने एडमिशन करने मना कर दिया. तब जाकर माता-पिता ने एक छोटे से स्कूल में उनका एडमिशन कराया. आयुष और पीयूष ने बताया कि कक्षाओं में बच्चे उनका काफी मजाक बनाते थे. उसके बावजूद दोनों ने पढ़ाई पर निरंतर ध्यान दिया. जब इंटर में आयुष के 75.8 प्रतिशत और पीयूष के 68 प्रतिशत प्रतिशत नंबरों से पास हुए तब तत्कालीन शिक्षा मंत्री स्मृति ईरानी ने उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया था. इतना ही नहीं अपने हौसलों की उड़ान की बदौलत आज दोनों भाई बीएड कर रहे हैं.
तत्कालीन मंडलायुक्त ने बढ़ाया था हौसलातत्कालीन मंडलायुक्त मेरठ आलोक सिन्हा ने NEWS 18 LOCAL से बात करते हुए बताया कि दोनों युवाओं के हौसलों की उड़ान ने मंजिल पाने का रास्ता दिखाया. समाज सेवा करने के लिए प्रेरित किया, जिसके बाद उन्होंने पेंटिंग बनाकर अपना एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. उसके बाद आलोक सिन्हा के मार्गदर्शन में युवाओं ने अपना एक क्लब बनाया और उसके माध्यम से समाज में विभिन्न बुराइयों को दूर करने के लिए विभिन्न मुहिम चलाई, ताकि गरीब तबके के लोगों की मदद हो सके.
हर कदम पर परिवार का मिला साथदिल्ली स्थित ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में पता चला कि दोनों भाई सेरेब्रल पाल्सी नामक असाध्य रोग से ग्रसित हैं. यही कारण है कि बैठने, चलने, पेंसिल पकड़ने में दिक्कत होती थी, लेकिन माता-पिता ने भरपूर सहयोग किया. वहीं, दूसरी और अभिभावकों की सरकार से अपील है कि दोनों भाइयों के कठिन परिश्रम को देखते हुए कहीं ना कहीं उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने में भी मदद करें.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Meerut newsFIRST PUBLISHED : September 07, 2022, 17:17 IST

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