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सहारनपुर. देवबंद में जमीयत उलमा ए हिंद के प्रमुख अरशद मदनी ने आज हुए सम्मेलन के बाद बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि मदरसे के सर्वे का कोई विरोध नहीं है. मदरसे का सर्वे सरकार का हक है. मदरसे का सर्वे करने वालों का स्वागत करते हैं. उन्होंने कहा कि आज हुए सम्मेलन में मदरसा संचालकों को बताया गया कि आखिर मदरसों को क्यों बनाया गया.
उन्होंने कहा कि सियासत को मदरसों को मजबूत करना चाहिए. क्योंकि मदरसे हमारा मजहब है. मस्जिद में नमाज पढ़ी जाती है तो मदरसों में सिखाया जाता है. हम मदरसों के लिए दो कौड़ी की इमदाद नहीं लेते हैं. मदरसे हमारी मजहबी जरूरत है. मदरसे के साथ साथ मंदिर में भी गलत गतिविधियां हो सकती हैं. मदरसे के लिए किसी सरकार के ग्रांट की ज़रूरत नहीं. उन्होंने यहां तक कह दिया कि अगर मदरसे की जमीन आपकी नहीं सरकारी है तो आपको खुद मदरसे को तोड़ देना चाहिए. अगर मस्जिद आपकी जमीन पर नहीं है तो वो मस्जिद है ही नहीं.
अरशद मदनी ने सम्मेलन में कहा कि देश की आजादी में मदरसों की कुर्बानियों को भुलाया नहीं जा सकता है. मदरसे देश के संविधान के अंतर्गत चलते हैं और मदरसों के अंदर कोई भी ढकी-दबी चीज नहीं है. इसलिए उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा कराए जा रहे सर्वे से बिल्कुल डरने और घबराने की जरूरत नहीं है. बल्कि सर्वे में सहयोग करते हुए संपूर्ण और सही जानकारी दी जाए.
सम्मेलन का आयोजन प्रसिद्ध मस्जिद रशीदिया के भीतर हुआ. जमीअत-उलमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना सैयद अरशद मदनी और दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने सम्मेलन में संबोधित करते हुए मदरसों के इतिहास पर प्रकाश डाला और मदरसा संचालकों को शिक्षा अधिनियम और देश के संविधान के अंतर्गत दी गई धार्मिक आजादी के अनुसार शिक्षण कार्य करने पर बल देते हुए सर्वे में सहयोग करने और अपने मदरसों के बारे में संपूर्ण और सही जानकारी देने की बात कही है. कहा गया कि मदरसों का अपना हिसाब-किताब है, अपने दस्तावेज और हिसाब-किताब को पारदर्शी रखें. मदरसे खुली किताब हैं और सभी के दरवाजे हमेशा इनके लिए खुले हुए हैं. इसलिए अगर सरकार सर्वे करती है उससे डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि उसमें संपूर्ण सहयोग और सही जानकारी दें. गौरतलब है कि प्रदेश सरकार के आदेश पर 10 सितंबर से गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे चल रहा है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Madarsa, Maulana Arshad Madani, Saharanpur news, UP news, Yogi governmentFIRST PUBLISHED : September 18, 2022, 18:20 IST

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