[ad_1]

Mary Kom: छह बार की वर्ल्ड चैंपियन मुक्केबाज मैरी कॉम ने बॉक्सिंग से संन्यास की खबरों का खंडन करते हुए कहा है कि उनके बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया और उनका अभी संन्यास का कोई इरादा नहीं है. लंदन ओलंपिक 2012 की कांस्य पदक विजेता मेरीकोम ने जारी एक बयान में कहा, ‘मीडिया के मेरे दोस्तों, मैने अभी तक संन्यास की घोषणा नहीं की है और मेरे बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया. जब भी मुझे संन्यास का ऐलान करना होगा तो मैं खुद सभी को बताऊंगी.’ दरअसल, डिब्रूगढ में बुधवार को एक कार्यक्रम के दौरान मैरी कॉम के हवाले से मीडिया में उनके संन्यास की खबरें सामने आईं. मेरीकोम ने कहा था कि उम्र का बंधन होने से अब वह ओलंपिक नहीं खेल सकेंगी.
छह बार की वर्ल्ड चैंपियन
मैरी कॉम दुनिया की पहली महिला मुक्केबाज हैं, जिन्होंने छह बार वर्ल्ड चैंपियन रहने का गौरव हासिल किया है. वहीं, मैरी कॉम 2014 के एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वाली भारत की पहली महिला हैं. उन्होंने 2012 लंदन ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. इसके अलावा मैरी कॉम 5 बार एशियाई चैंपियनशिप जीतने वाली भी इकलौती खिलाड़ी हैं.
 (@ani_digital) January 24, 2024

साल 2012 लंदन ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था​
बता दें कि मैरी कॉम दुनिया की पहली महिला मुक्केबाज हैं, जिन्होंने 6 बार विजेता का खिताब जीता है. मैरी कॉम ने साल 2012 लंदन ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. 2006 में मैरीकॉम को पद्मश्री, 2009 में उन्हें देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से भी नवाजा गया. मैरी कॉम इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (IBA) की वुमन बॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय बनीं. मैरी कॉम ने एक इवेंट के दौरान कहा, ‘मैंने अपने जीवन में सब कुछ हासिल कर लिया है. मुझमें अभी भी बॉक्सिंग कॉम्पिटिशन लड़ने की ललक है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (IBA)  के नियम ऐसा करने की अनुमति नहीं देते हैं. मैं और भी कॉम्पिटिशन लड़ना चाहती हूं लेकिन मुझे बॉक्सिंग छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है.’ 

[ad_2]

Source link