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लखनऊः उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से जुड़े इतिहास में यह दर्ज है कि इस शहर को प्रभु श्रीराम के अनुज लक्ष्मण ने बसाया था. रावण से युद्ध के दौरान श्रीराम ने अपने अनुज के पराक्रम को देखते हुए उन्हें लखनऊ उपहार में दिया था. उस वक्त इस शहर का नाम लक्ष्मणपुर था, जो बाद में लखनपुर हुआ. इसके बाद नाम फिर बदला और अब इसे लखनऊ कहा जाता है.लखनऊ के स्वर्गीय इतिहासकार डॉ. योगेश प्रवीण और वर्तमान में प्रसिद्ध इतिहासकार डॉ. रवि भट्ट ने भी लक्ष्मण द्वारा लखनऊ को बसाए जाने के ऐतिहासिक तथ्यों को हमेशा ही लोगों के सामने रखा है. यही वजह है कि लखनऊ में होने जा रहे उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में विदेशी मेहमानों को लखनऊ और अवध की परंपरा से परिचित कराया जाएगा. शहर के इतिहास को अतिथि जान सकें, इसके लिए अमौसी एयरपोर्ट चौराहे पर भगवान लक्ष्मण की 12 फीट ऊंची प्रतिमा को स्थापित किया गया है.50 लाख की लागत से बनी कांस्य की प्रतिमालक्ष्मण की यह प्रतिमा रुद्र मुद्रा में है, जिसमें वह धनुष बाण लिए नजर आ रहे हैं. लखनऊ में इन्वेस्टर्स समिट 10 से 12 फरवरी तक होगा. इसके बाद बैठकें होंगी. ऐसे में विदेशों से भी कई मेहमान आ रहे हैं. शासन का मानना है कि यह प्रतिमा उनके मुख्य आकर्षण का केंद्र होगी. इस प्रतिमा को नोएडा के मशहूर मूर्तिकार राम सुतार ने बनाया है. बताया जा रहा है कि करीब 50 लाख की लागत से यह प्रतिमा तैयार हुई है, जिसका वजन 1200 किलो है. यह भी बताया जा रहा है कि इसे कांस्य धातु से तैयार किया गया है.इस प्रतिमा के दर्शन फिलहाल अभी पूरी तरह से लोग नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि इस पर भगवा रंग का कपड़ा चढ़ाया गया है. एयरपोर्ट अथॉरिटी से मिली जानकारी के मुताबिक इस प्रतिमा का अनावरण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे, जिसके बाद ये भगवा पर्दा हटाया जाएगा.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : February 07, 2023, 21:47 IST

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