[ad_1]

रिपोर्ट-अंजलि सिंह राजपूतकुल्फी आइसक्रीम नहीं होती,कुल्फी कुल्फी ही होती है.लखनवी मिठास प्रकाश की मशहूर कुल्फी के साथ.ये पंच लाइन मेरी नहीं बल्कि अमीनाबाद के प्रकाश कुल्फी की है.जी हां आपको जानकर हैरानी होगी कि अमीनाबाद में बनी प्रकाश की कुल्फी की दुकान 1956 से यहीं पर है.अब इसकी तीन ब्रांच और खुल चुकी हैं,जो कि चौक, गोमतीनगर और आलमबाग में हैं.आपको यह भी बता दें कि यह वही प्रकाश कुल्फी की दुकान है जहां पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से लेकर अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी, राज कुंद्रा, जावेद जाफरी और सुनील दत्त समेत कई अन्य नेता और अभिनेता यहां पर आकर प्रकाश कुल्फी का स्वाद चख चुके हैं.यूं तो नवाबों का शहर लखनऊ अपनी नजाकत, नफासत, तहजीब और कल्चर के लिए जाना चाहता है.इसके अलावा यह स्वादिष्ट खानपान के लिए भी पूरे देश भर में प्रसिद्ध है.आपको जानकर हैरानी होगी कि प्रकाश कुल्फी आज भी कोयले की भट्टी पर दूध को 3 से 4 घंटे उबालकर और 1 से 2 घंटे रबड़ी को जमा कर तैयार की जाती है.इसे क्रीम, फालूदा, दूध केसर,पिस्ता और काजू को मिलाकर बनाया जाता है.इसके बाद तैयार होती है स्वादिष्ट प्रकाश कुल्फी.कीमत भी जानकर आप हैरान रह जाएंगे यह हाफ 75 और फुल 150 की है.टोटल देसी तरीके से बनायी जाने वाली प्रकाश कुल्फी आसपास की कुल्फी की सभी दुकानों पर भारी है.यही वजह है कि बारिश हो, गर्मी हो या सर्दी हर मौसम में प्रकाश की कुल्फी की दुकान ग्राहकों से खचाखच भरी रहती है.देसी तरीका ही लोगों को खींच लाता हैयहां के मैनेजर विनोद ने बताया कि अब तक की सबसे पुरानी कुल्फी की दुकान अमीनाबाद में है.प्रकाश कुल्फी में कुल्फी को देसी तरीके से बनाए जाने का फॉर्मूला ही लोगों को यहां पर खींच लाता है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |FIRST PUBLISHED : May 31, 2022, 15:26 IST

[ad_2]

Source link