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रजत भटृ/गोरखपुर: भीषण गर्मी और हीट वेव से बचने के लिए लोग तमाम उपाय कर रहे हैं. कोई घर से छाता लेकर निकल रहा है, तो कोई खास उपाय कर रहा है. लेकिन, ऐसे में सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित हो रहे हैं. हर दिन जिला अस्पताल में लगभग 25 से 30 की संख्या में अपने बच्चों को लेकर पहुंच रहे हैं. समय पर इसका ट्रीटमेंट न होने से बच्चों की सेहत बिगड़ सकती है. ऐसे में किसी को पेट दर्द की शिकायत, तो किसी को उल्टी- दस्त की. ऐसे में हीट वेव और प्रचंड गर्मी से नवजात बच्चों को बचाने के लिए जिंक टेबलेट और ORS सबसे ज्यादा कारगर साबित हो रहा है.

गर्मी और हीट वेव से पीड़ित नवजात बच्चों को बचाने के लिए उन्हें लगातार पानी पिलाते रहे. दस्त, उल्टी आने पर उन्हें डॉक्टर को जरूर दिखाएं. वहीं, जिला अस्पताल के CMO डॉक्टर आशुतोष दुबे बताते हैं कि इस सिचुएशन में बच्चों को लगातार पानी पिलाते रहना चाहिए और जिंक टेबलेट देना चाहिए. जिंक टेबलेट देने से दस्त की अवधि और तीव्रता कम होती है. साथ ही यह 3 महीने तक दस्त से सुरक्षित रखता है. वह लंबे समय तक शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बनाकर रखता है.

डॉक्टर की सलाह जरूरीसीएमओ डॉक्टर आशुतोष दुबे बताते हैं कि किसी भी स्थिति में बच्चों के ट्रीटमेंट से पहले डॉक्टर को जरूर दिखाएं. वहीं, उन्होंने बताया कि दस्त के दौरान या दस्त के बाद भी मां का दूध और पूरक आहार देना जारी रखना है. ORS के एक पैकेट को 1 लीटर पीने के पानी में घोल बना कर रखें, जो समय-समय पर बच्चों को आयु के हिसाब से निर्धारित मात्रा में देते रहें. साथ ही जिंक की गोली एक चम्मच पीने के पानी, अथवा मां के दूध में घोलकर लगातार 14 दिनों तक दे सकते हैं. डॉक्टर बताते हैं कि ऐसी गर्मी में बच्चों के स्वास्थ्य में इस तरह का उतार चढ़ाव देखने को मिलता है. यही कारण है कि हर हर दिन लगभग 25 से 30 बच्चे अस्पताल आ रहे हैं.
Tags: Gorakhpur news, Local18FIRST PUBLISHED : May 3, 2024, 17:11 ISTDisclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

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