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सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या: सनातन धर्म में करवा चौथ का पर्व बहुत धूमधाम के साथ मनाया जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का व्रत रखा जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए करवा चौथ का व्रत करती है. कहा जाता है कि इस दिन सच्चे मन से व्रत और चंद्रमा की पूजा करने से पति को लंबी आयु प्राप्त होती है. इस साल यह पर्व 1 नवंबर को मनाया जाएगा.

सनातन धर्म को मानने वाली महिलाएं पूरे दिन अपने पति के लंबी आयु की कामना के लिए निर्जला व्रत रखती है. इसलिए महिलाओं को ध्यान देना चाहिए कि जब भी वह करवा चौथ का व्रत रखें तब वह स्वस्थ होकर ही व्रत करें. लेकिन करवा चौथ का व्रत करने वाली उन महिलाओं को खासकर सावधानी बरतनी चाहिए जो महिलाएं गर्भवती हो, उन्हें करवा चौथ में कुछ विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए तो चलिए जानते हैं आखिर उन महिलाओं को किन-किन सावधानी को बरतनी चाहिए.

अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि करवा चौथ का व्रत सनातन धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. अगर गर्भवती महिलाएं करवा चौथ का व्रत रखती हैं तो उन्हें कुछ नियमों का पालन करना चाहिए. वह अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए व्रत रखें. व्रत के दौरान फल का जूस और फ्रूट का सेवन कर सकती हैं, वहीं दूसरी तरफ अगर करवा चौथ के व्रत के दौरान पीरियड की समस्या है तो उस दौरान उन्हें व्रत रहना चाहिए और पूजा पाठ अपने पति अथवा दूसरी महिलाओं से करवाना चाहिए.

गर्भवती महिलाओं करें इस नियम का पालनअगर आप गर्भवती और आप करवा चौथ का व्रत रख रही है तो आपके पूरे दिन आराम करना चाहिए. सुबह में खाने-पीने के बाद उन्हें ज्यादा से ज्यादा आराम करना चाहिए. शाम को पूजा के समय उठना चाहिए और फिर 16 श्रृंगार कर चंद्रमा की पूजा आराधना करनी चाहिए. इसके अलावा अगर आप गर्भवती होने के बाद भी करवा चौथ का व्रत कर रही है तो पूरे दिन निर्जल व्रत ना करे. पूरे दिन भूखे रहने के बजाय थोड़ा-थोड़ा सा कुछ खाते रहे. फलों का सेवन कर सकते हैं. इसके अलावा ड्राई फूड भी खा सकते हैं लेकिन नमक का इस्तेमाल बिल्कुल ना करें. इसके साथ ही करवा चौथ की सुबह वाली सरगी का खास कल ख्याल रखें. महिलाएं सरगी में ऐसी चीज खाएं जो पूरे दिन एनर्जी दे.

पीरियड्स में कैसे करें करवा चौथ का व्रतअगर आप करवा चौथ का व्रत कर रही है तो उस दौरान पीरियड्स शुरू हो जाएं तो ऐसे में महिलाओं को अपना व्रत पूरा करना चाहिए. इस दौरान मानसिक रूप से करवा माता की आस्था करनी चाहिए. इतना ही नहीं इस दिन सुहागिन व्रती महिलाएं इस दिन पूजा-पाठ के दौरान दूर बैठकर किसी अन्य व्यक्ति से पूजा करवा सकती हैं. ध्यान रहे कि इस दौरान पूजा-पाठ के सामान को नहीं छूना चाहिए. पीरियड्स के दौरान आप मन में मंत्रों का जाप कर सकती हैं.

पीरियड के दौरान नहीं करना चाहिए पूजा-पाठप्राचीन मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि मासिक धर्म के समय महिलाओं के शरीर में ऊर्जा का संचार अधिक होता है. इस ऊर्जा को भगवान भी नहीं सहन कर सकते हैं. यही वजह है कि पीरियड्स के दौरान महिलाओं को पूजा-पाठ की मनाही होती है.

(नोट: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष के मुताबिक है न्यूज़ 18 इसकी पुष्टि नहीं करता है)
.Tags: Ayodhya News, Dharma Aastha, Local18, Religion 18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : October 27, 2023, 19:54 IST

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