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नई दिल्ली: बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप में किदांबी श्रीकांत  और युवा लक्ष्य सेन ने सेमीफाइनल में पहुंचकर नया इतिहास रच दिया है. सेमीफाइनल में पहुंचकर इन दोनों ने कम से कम दो पदक पक्के कर दिए हैं. वहीं, महिल एकल में भारत को निराशा हाथ लगी है. पी वी सिंधु को हारकर बाहर होना पड़ा. 
इन खिलाड़ियों ने पक्का किया पदक 
भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत और लक्ष्य सेन सेमीफाइनल में एक-दूसरे से भिड़ेंगे, जिससे भारत का सिलवर मेडल पक्का हो गया है. भारतीय बैडमिंटन के लिए ये बड़ी उपलब्धि हो सकती थी, अगर पुरुष एकल में भारत के तीसरे खिलाड़ी एच एस प्रणय क्वार्टर फाइनल में जीत जाते, लेकिन उन्हें सिंगापुर के कीन येव लोह से 43 मिनट में 14-21, 12-21 से हार का सामना करना पड़ा.  लोह पुरूष एकल के दूसरे सेमीफाइनल में तीसरे वरीय डेनमार्क के एंडर्स एंटोनसेन से भिड़ेंगे. महिस सिंगल में ओलंपिक की सिलवर मेडिलस्ट पी वी सिंधु को हार का सामना करना पड़ा. उन्हें ताइ जु जिंग से हार का सामना करना पड़ा. 
भारत के लिए ऐतिहासिक रहा दिन 
भारत के लिए पूर्व वर्ल्ड नंबर एक खिलाड़ी के श्रीकांत ने 12 वें वरीय श्रीकांत ने नीदरलैंड के मार्क कालजोऊ पर क्वार्टरफाइनल में महज 26 मिनट में 21-8, 21-7 से हराकर जीत हासिल की. इसके बाद लक्ष्य सेन शानदार खेल का नमूना पेश किया और क्वार्टर फाइनल में चीन के जुन पेंग झाओ को तीन गेम तक चले रोमांचक मुकाबले में 21-15, 15-21, 22-20 से हराया. यह मैच एक घंटे और सात मिनट तक चला. लक्ष्य सेन ने  कहा, ‘मैं भी अच्छा खेल रहा हूं और हम दोनों ही आक्रामक शैली का खेल खेलते हैं. देखते हैं कौन फाइनल में पहुंचता है. भारत ने एक फाइनलिस्ट तो पक्का कर लिया है जो अच्छी चीज है। मैं मुकाबले के लिये तैयार हूं.’ इन दोनों से पहले महान खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण (1983 में कांस्य पदक) और बी साई प्रणीत (2019 में कांस्य पदक) ने पदक जीते थे. 
सिंधु का सपना टूटा 
महिला एकल के मुकाबले में पी वी सिंधु को हार का सामना करना पड़ा है. उन्हें ताइ जु जिंग से हार का सामना करना पड़ा है. भारतीय खिलाड़ी को ताइ जू की फुर्ती, कोर्ट कवरेज और ड्राप शॉट की बराबरी करने में मुश्किल हो रही थी जो पहले भी कई बार रहा है, हालांकि सिंधू ने कुछ बेहतरीन क्रास-कोर्ट स्मैश लगाए. सिंधू ने मैच के दौरान कई सहज गलतियां कीं. वह दूसरे गेम में बराबरी तक पहुंची थी लेकिन बाद में हार गईं. ताइ जू ने इस तरह 2019 वर्ल्ड चैंपियनशिप में इसी चरण में सिंधू से मिली हार का बदला भी चुकता किया. पहले गेम में दोनों शुरू में 2-2 की बराबरी पर थी लेकिन ताइ जु ने तेजी से 11-6 की बढ़त हासिल कर ली.सिंधू ने ब्रेक के बाद कुछ शानदार क्रास कोर्ट स्मैश से इस अंतर को 16-18 से 17-19 कर दिया। लेकिन यह भारतीय लय बरकरार नहीं रख सकी और दो बार वाइड शॉट लगाने से पहला गेम 17 मिनट में गंवा बैठीं. सिंधू ने असहज गलती करना जारी रखा, उन्होंने पहले शॉट वाइड फेंका और ताइ जु के स्मैश को चूककर मैच गंवा बैठीं
सिंधु ने जीते पांच पदक 
भारत की महिला बैडमिंटन स्टार पी वी सिंधु ने बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप में पांच पदक अपने नाम किए हैं. दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी और दो ओलंपिक पदक विजेता सिंधू ने 2019 में यह खिताब जीता था और 2020 में कोरोना महामारी के कारण टूर्नामेंट हुआ नहीं था. सिंधू ने 2019 में ताइ जू को इस टूर्नामेंट में हराया था लेकिन तोक्यो ओलंपिक के सेमीफाइनल में उससे हार गई थी. इस मैच से पहले ताइ जू के खिलाफ उसका जीत हार का रिकॉर्ड 14-5 का था. 

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