[ad_1]

ग्रेटर नोएडा. खुद के फ्लैट में रहने का ख्वाब देख रहे 1300 और खरीदारों के लिए राहत भरी खबर है. भारत सरकार की तरफ से बने स्ट्रेस फंड (Stress Fund) से अब ग्रेनो वेस्ट स्थित पंचशील ग्रीन्स टू प्रोजेक्ट (Panchsheel Greens To Project) को 249 करोड़ रुपये की स्वीकृति SBI कैप से मिल गई है. इसकी पहली किस्त भी जारी हो गई है, जिससे ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) को अपनी बकाया धनराशि के 37 करोड़ रुपये मिल गए हैं. ग्रेटर नोएडा में स्ट्रेस फंड से वित्तीय सहायता पाने वाला यह दूसरा प्रोजेक्ट है. इससे पहले कैपिटल एथेना प्रोजेक्ट को 165 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए थे. वहीं, तीन और बिल्डरों को भी स्ट्रेस फंड से जल्द मदद मिलने की उम्मीद है.
फ्लैट खरीदारों को अपना आशियाना दिलाने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कई तरह से प्रयास कर रहा है. प्राधिकरण की कोशिशों से ग्रेटर नोएडा वेस्ट के पंचशील ग्रीन्स टू को स्ट्रेस फंड से वित्तीय सहायता मिल गई है. इस प्रोजेक्ट के लिए 249 करोड़ रुपये स्वीकृत हुआ है. इस पैसे से बिल्डर अधूरी परियोजना को पूरा कर सकेगा, जिससे 1300 फ्लैट खरीदारों को घर मिल सकेगा. साथ ही प्राधिकरण की बकाया धनराशि भी मिल जाएगी. इस प्रोजेक्ट पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का करीब 135 करोड़ रुपये बकाया है. यह रकम चार किस्तों में मिलेगी. पहली किस्त करीब 37 करोड़ रुपये प्राधिकरण को मिल गए हैं.
37 करोड़ रुपये बतौर बकाया धनराशि मिल गई हैदरअसल, भारत सरकार ने 2019 में अधूरी बिल्डर परियोजनाओं को पूरा करने के लिए स्ट्रेस फंड का निर्माण किया है. इस फंड से मदद पाने के लिए कई बिल्डरों ने आवेदन किए हैं. बीते दिनों इंफ्रा होम के कैपिटल एथेना प्रोजेक्ट को स्ट्रेस फंड से 165 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए थे, जिसकी पहली किस्त जारी हो गई. उस पहली किस्त में से बतौर प्रीमियम बकाया धनराशि करीब 31 करोड़ रुपये प्राधिकरण को मिल गए हैं. दूसरी किस्त 15 अक्तूबर तक जारी हो जाएगी. इस स्ट्रेस फंड से करीब 900 फ्लैट बन रहे हैं. वहीं, अब ग्रेटर नोएडा वेस्ट के पंचशील ग्रीन्स टू प्रोजेक्ट के अधूरे निर्माण को पूरा करने के लिए 249 करोड़ रुपये मंजूर हुये हैं. इससे प्राधिकरण को भी कुल करीब 135 करोड़ रुपये में से पहली किस्त 37 करोड़ रुपये बतौर बकाया धनराशि मिल गई है.
 2200 फ्लैट खरीदारों का सपना होगा पूराग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने पंचशील ग्रींस टू प्रोजेक्ट के लिए स्ट्रेस फंड जारी होने पर खुशी जताते हुए कहा कि SBI कैप से उन परियोजनाओं  को ही स्ट्रेस फंड जारी होता है, जो बन पाने की स्थिति में होते हैं. SBI कैप पूरी छानबीन करने के बाद ही फंड जारी करता है. उन्होंने कहा कि स्ट्रेस फंड पाने के लिए और भी बिल्डरों को आगे आना चाहिए. वे इसकी मदद से प्रोजेक्ट को पूरा करने और प्राधिकरण की बकाया रकम चुकाने की पहल करें. प्राधिकरण भी उनका सहयोग करने को तैयार है. सीईओ ने कहा कि फ्लैट खरीदारों को पजेशन दिलाने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण अपने स्तर से प्रयास जारी रखेगा. इन दो प्रोजेक्टों के बन जाने से करीब 2200 फ्लैट खरीदारों का अपना घर का सपना पूरा हो सकेगा.
स्ट्रेस फंड के लिये तीन और प्रोजेक्ट कतार मेंस्ट्रेस फंड से वित्तीय सहायता पाने के लिए तीन और बिल्डरों ने आवेदन किए हैं. इनको स्ट्रेस फंड दिलाने के लिए कागजी प्रक्रिया चल रही है. इन तीन परियोजानाओं में करीब 2500 फ्लैट हैं, जिनके स्ट्रेस फंड से पूरे होने की उम्मीद है.
2019 में केंद्र सरकार ने बनाया था स्ट्रेस फंडखुद के आशियाने की चाह में हजारों खरीदारों ने बिल्डरों के प्रोजेक्ट में फ्लैट बुक करा लिये. उसकी किस्त देते रहे. बिल्डर उस पैसे को प्रोजेक्ट को पूरा कराने के बजाय कहीं और खर्च कर दिये. वित्तीय संकट होने से प्रोजेक्ट अधूरे रह गये. खरीदार लंबे समय से फ्लैट पर पजेशन मिलने की आस लगाए बैठे हैं. भारत सरकार ने 2019 में ऐसी तमाम परियोजनाओं को पूरा करने के लिए स्ट्रेस फंड बनाया. इसके कई नियम शर्तें तय कर दीं. कई बिल्डरों ने इस फंड के लिए आवेदन किये. अब बिल्डरों को इस फंड से वित्तीय मदद मिलने लगी है. एसबीआई कैपिटल को इसका नोडल एजेंसी बनाया गया है.
वेबसाइट पर करें आवेदनस्ट्र्रेस फंड के अंतर्गत लाभ पाने के लिए बिल्डरों को ई मेल आईडी –ahf@sbicaps.com पर आवेदन करना होगा. इसके लिए पात्रता शर्तें http://www.sbicaps.com पर उपलब्ध हैं.पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.

[ad_2]

Source link