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अखंड प्रताप सिंह/कानपुरः देश के कई हिस्सों में भारी बारिश और बाढ़ से हाल बेहाल है. बारिश के चलते नदियां उफान पर हैं. प्रदेश में कई जिले बाढ़ ग्रस्त हैं. कानपुर में भी गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ा हुआ है. इससे गंगा कटेरी किनारे रहने वाले लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट किया गया है. जहां एक ओर बड़ी नदियों पर बाढ़ का असर है, तो वहीं छोटी नदियां भी लोगों के लिए खतरा बनी हुई हैं.कानपुर दक्षिण से निकलने वाली पांडु नदी किनारे बसी बस्तियों में भी हाल बेहाल है. नदी का पानी बस्तियों के अंदर घुस गया है. जिस वजह से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. लोग घर छोड़कर सड़कों पर रहने को मजबूर है और उनकी सुध लेने वाला भी कोई नहीं है. कानपुर शहर के बर्रा 8 इलाके में बनी बस्ती में नदी का पानी अधिक आ जाने की वजह से लोग अपने घरों से पलायन कर सड़कों पर आ रहे हैं.लोग अपने घरों को छोड़ रहेलोगों का कहना है कि घर के अंदर 5 से 6 फीट तक पानी भर गया है. ऐसे में घर में रहना खतरे से खाली नहीं है. पानी ज्यादा भी हो सकता है और पानी में जंगली जीव जंतु भी आ सकते हैं. जिससे उनको खतरा है. इसको देखते हुए लोग अपने घरों को छोड़ रहे हैं और सड़क पर टेंट लगाकर गुजारा कर रहे हैं.सड़कों पर रहने को मजबूर लोगस्थानीय लोगों ने बताया कि हर साल जब अधिक बरसात होती है या बाढ़ आती है तो यह इलाका इसी तरीके से प्रभावित होता है. इस इलाके में प्रशासन भी ध्यान नहीं देता है. साथ ही कहना है कि वह लोग एक हफ्ते से प्रभावित हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई भी उनका हाल चाल जानने के लिए भी नहीं पहुंचा है. इस बस्ती में 500 से 600 घर बने हैं. जिसमें हजारों परिवार रहते हैं. यह अभी बाढ़ से पीड़ित हैं और अपने घरों को छोड़ सड़कों पर रहने को मजबूर हैं..FIRST PUBLISHED : July 20, 2023, 15:34 IST

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