[ad_1]

अंजली शर्मा/कन्नौज. बारिश का मौसम शुरू होने से पहले एक बार फिर खेतों में हरी घास की फसल लहराएगी. कृषि विभाग में बड़ी मात्रा में ढैंचा बीज आ गया है. कृषि विभाग के द्वारा यह बीज किसानों को 50 फीसदी अनुदान के साथ दिया जाएगा.

इस बीज से खरीफ, रबी फसल के सीजन में दलहनी-तिलहनी फसल की बुआई करने से पहले खेतों में ढैंचा युक्त खाद को खेतों मे डालने से खेतों की उर्वरक शक्ति को बढ़ाती है. इसके अलावा पर्याप्त मात्रा में नाइट्रोजन की पूर्ति भी होती है. इसे प्राकृतिक खाद भी कहा जाता है. इसमें रसायन उर्वरक का उपयोग कम मात्रा में करना पड़ता है.

सभी ब्लाकों में पहुंच चुका है बीजइस बीच को बोने से और इस खाद को खेत में डालने से खाद की उर्वरक शक्ति बढ़ जाती है. जिसके चलते फसल अच्छी होती है, ऐसे में यह बीज और यह खाद दोनों ही किसानों के लिए बहुत जरूरी हो जाती है. किसान कम लागत में अपने खेतों में अच्छी पैदावार कर सकता है. जिले के सभी ब्लॉकों पर यह ढैंचा बीज भेज दिया गया है. छिबरामऊ और एक हसेरन के प्रत्येक गोदाम में 14. 40 क्विंटल ढैंचा बीच मिला है, तिर्वा को 15.60, कन्नौज में 12.40, ताल ग्राम में 12.40 गुगरापुर में 7.20 और जलालाबाद में 9.20 कुंटल ढैंचा बीज भेज दिया गया है.

आपके शहर से (कन्नौज)

उत्तर प्रदेश

UP Nikay Chunav: प्रदेश में फिसड्डी रहा कानपुर नगर निगम, सिर्फ इतने प्रतिशत मतदान

ये है भारत का मिलिट्री गांव, स्कूल से ही मिलती है सेना में जाने की ट्रेनिंग, हर परिवार में है एक सैनिक

BSF Recruitment 2023: 10वीं, ITI का है सर्टिफिकेट, तो BSF में पाएं नौकरी, 81000 मिलेगी सैलरी 

Moradabad News : मनचाही दुल्हन न मिलने पर युवक ने खाया जहर, खुद अनपढ़; पढ़ी-लिखी लड़की से करना चाह रहा शादी

AKTU Lucknow: एकेटीयू के 15 छात्र-छात्राओं को मिली नौकरी, सालाना कमाएंगे इतने लाख

Ayodhya News : काशी के बाद अयोध्या होगा आस्था के साथ पर्यटन का केंद्र, पढ़िए इनसाइड स्टोरी

Exclusive: कौन संभाल रहा है माफिया अतीक अहमद का साम्राज्य, न्यूज18 पर पढ़ें बड़ा खुलासा

रिश्तों का कत्ल: फिरौती के लिये मासूम की हत्या, रिश्ते के चाचा ने स्कूल से लौटते वक्त किया था अगवा

Ganga Aquarium : लखनऊ में है मछलियों का ऐसा आशियाना, जिसे देखकर आप भी कहेंगे ‘WOW’

कुछ यूं बारात लेकर पहुंचा दूल्हा, बुजुर्गों की पुरानी यादें हों उठी ताजा, पूरे इलाके में चर्चा का विषय

उत्तर प्रदेश

खेतों के लिए संजीवनी है हरी खादजिला कृषि अधिकारी आवेश कुमार ने बताया कि विभाग को ढैचा बीच शासन की तरफ से प्राप्त हो चुका है और सभी जगह इस बीच का वितरण करा दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि यह बीच किसानों के लिए बहुत फायदेमंद होता है और इस पर सरकार की तरफ से 50% का अनुदान भी मिलता है.

कृषि अधिकारी ने बताया कि काली व चिकनी मिट्टी के साथ किसी भी तरह की भूमि में ढैचाबीज के माध्यम से हरि खाद बनाई जा सकती है. इसके लिए विशेष जलवायु की जरूरत नहीं होती है. लेकिन हरी खाद बनाने के लिए सामान्य बारिश की जरूरत होती है. प्रति बीघा में 10 किलोग्राम बीज की जरूरत होती है. फसल की बुवाई के 45 दिन बाद पानी लगाकर इस को पलट दिया जाता है. जिसके बाद यह हरी खाद बनकर तैयार हो जाती है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Kannauj news, Up news in hindiFIRST PUBLISHED : May 12, 2023, 08:29 IST

[ad_2]

Source link