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विशाल झा/ गाजियाबाद. यूपी के गाजियाबाद में 46 डिग्री की झुलसा देने वाली धूप में शायद आप भी बहार निकलना पसंद ना करें. हालांकि गाजियाबाद की बुजुर्ग महिलाओं को ना केवल धूप में बाहर निकलना पड़ा बल्कि जिलाधिकारी कार्यालय पर भी घंटों बैठे रहना पड़ता है. दरसअल कुछ बुजुर्ग महिलाओं को पेंशन मिलना बंद हो गई, जो कि पहले मिला करती थी. ऐसे में मुलभूत सुविधाओं का भी आभाव होना शुरू हो गया है. अब ये महिलाएं अपनी परेशानी लिए अधिकारियों के चक्कर काट रही हैं.72 वर्षीय ओम बिरि को डेढ़ साल से पेंशन नहीं मिल रही है. पहले 500 रुपये मिलती थी, जो बढ़कर 1000 रुपये हो गई थी. हालांकि हजार रुपये एक ही बार मिले. इसके बाद पेंशन बंद हो गई. इस पेंशन के ना मिलने से महिलाओं को खाने-पीने के लिए भी सोचना पड़ रहा है. जिलाधिकारी कार्यलय पर बैठने के बाद भी महिलाओं ने बताया कि कोई खास उम्मीद नहीं है. 81 वर्षीय लिचवी ने बताया कि उनके घर में कोई नहीं है वो अकेली हैं. ऐसे में पेंशन रुकने से समस्या हो रही है. कभी-कभी कुछ रिश्तेदार मदद कर देते हैं. लिचवी की पेंशन पिछले वर्ष रक्षा बंधन से ही रुकी हुई है. पहले 300 रुपये मिलते और फिर 500 रुपये हुए, लेकिन पेंशन बंद हो गई.अधिकारी का है क्या पक्षगाजियाबाद के जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास चंद्र ने बताया कि जनपद गाजियाबाद में वर्तमान में 30,500 महिलाओं को विधवा पेंशन दी जा रही है. यदि किसी महिला ने 3 माह पूर्व तक फॉर्म भर दिया है और उसे माह मार्च 2023 में पेंशन प्राप्त नहीं हुई है तो वो किसी भी जन सुविधा केंद्र पर जाकर अपना आधार कार्ड पेंशन पोर्टल पर अपडेट करा सकती हैं. इसके बाद जून 2023 की तिमाही में उन्हें पेंशन भुगतान की कार्रवाई की जाएगी..FIRST PUBLISHED : May 26, 2023, 15:16 IST

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