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रिपोर्ट : शाश्वत सिंह

झांसी . उत्तर प्रदेश के कई जिलों में आगजनी की घटना के बाद झांसी में भी अग्निशमन विभाग मुस्तैद हो गया है. अग्निशमन विभाग द्वारा सभी अस्पतालों, होटल और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की जांच की जा रही है. सभी स्थानों पर आग की घटनाओं से बचाव करने वाले यंत्रों को दुरुस्त करने के लिए कहा गया है. झांसी में सबसे ज्यादा खतरा प्राइवेट अस्पतालों में है. झांसी के अधिकतर अस्पतालों के पास फायर एनओसी नहीं है. हर अस्पताल को अग्निशमन विभाग से फायर की एनओसी लेनी होती है.

झांसी में लगभग 250 प्राइवेट अस्पताल हैं. इसके अलावा मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल भी हैं. जबकि किसी भी अस्पताल को चलाने के लिए अग्निशमन विभाग से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट लेना पड़ता है. इसके बिना झांसी में कोई भी अस्पताल नहीं चलाया जा सकता. जो अस्पताल एनओसी के बिना चल रहे हैं, वे अपने मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. झांसी में अभी तक लगभग 15 अस्पतालों ने ही फायर की एनओसी ली है. अग्निशमन विभाग द्वारा यह सर्टिफिकेट उन्हीं अस्पतालों को दिया जाता है जो मानकों को पूरा करते हैं. जिस अस्पताल में प्रवेश और निकास के व्यापक इंतजाम होंगे, जहां सभी फायर फाइटिंग यंत्र लगे होंगे, उनको ही यह सर्टिफिकेट दिया जाता है.

सभी अस्पतालों को नोटिस जारीझांसी के मुख्य अग्निशमन अधिकारी राजकिशोर राय ने कहा कि सभी अस्पतालों को यह जानकारी दे दी गई है की वह अपने यहां सभी फायर सेफ्टी के इंतजाम अवश्य कर लें. इसके साथ ही लगभग 72 अस्पतालों को नोटिस भी दिया गया है. जो अस्पताल एनओसी नहीं लेंगे उन पर सख्त कार्रवाई की जायेगी.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Jhansi news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : April 08, 2023, 18:25 IST

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