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रिपोर्ट : शाश्वत सिंह

झांसी. बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में चल रहे राष्ट्रीय पुस्तक मेला में गांधी बनाम गोडसे का मामला गर्म हो गया है. राष्ट्रीय पुस्तक मेले में बिक रही किताब “गांधी वध क्यों” को लेकर पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया. उन्होंने पुस्तक मेला स्थल पर धरना दिया और मांग उठाई की इस किताब को यहां से हटाया जाए. बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में इस प्रकार की किताब नहीं बिकनी चाहिए.

प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि महात्मा गांधी को पूरी दुनिया पूजती है. अगर उनके ही देश में गोडसे का महिमामंडन किया जाएगा तो यह हमें बर्दाश्त नहीं है. गांधी की निर्मम हत्या को वध कहना बिल्कुल अनुचित है. अगर गोडसे को ही पढ़ाना चाहते है तो गांधी के नाम से जो डाक टिकट जारी होते हैं उन्हें बंद कर दीजिए . 30 जनवरी और 2 अक्टूबर को देशभर में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं उन्हें भी बंद कर दीजिए. हम नहीं चाहते कि बुंदेलखंड की युवा पीढ़ी गोडसे के बारे में पढ़ें.

50000 से अधिक पुस्तक है मौजूदपूर्व केंद्रीय मंत्री के आरोपों पर पुस्तक मेले के संयोजक प्रोफेसर मुन्ना तिवारी ने कहा कि पुस्तक मेला में 50 प्रकाशक आए है और यहां 50,000 से अधिक किताबें मौजूद है . हम किसी प्रकाशक को कोई सूची नहीं देते कि वह कौन सी पुस्तक लेकर आए और कौन सी पुस्तक न लाएं.. अगर प्रकाशक को लगा होगा की किसी किताब की डिमांड है तभी उन्होंने इसे पुस्तक मेला भेजा होगा.

कथित प्रतिबंध की होगी जांचप्रोफेसर मुन्ना तिवारी ने कहा कि हम इस बात की जांच करेंगे की जिस किताब पर विवाद है उस पर कोई प्रतिबंध तो नहीं लगा है.गौरतलब है कि, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में 7 दिनों का राष्ट्रीय पुस्तक मेला चल रहा है. पुस्तक मेले में देशभर के कई प्रकाशकों ने अपनी किताबों को प्रदर्शित किया है. झांसी से बुंदेलखंड के कई जिलों के विद्यार्थी यहां पहुंच रहे हैं. बड़ी संख्या में लोग यहां से पुस्तकें खरीद रहे हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Jhansi news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : March 28, 2023, 22:38 IST

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