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रिपोर्ट- शाश्वत सिंह

झांसी. बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर द्वारा दिया गया एक बयान बहुत चर्चा में है. रामचरितमानस से संबंधित इस बयान का काफी विरोध हो रहा है. अभी तक प्रो. चंद्रशेखर पर हिंदू भावनाओं का आहत करने के इल्जाम में 2 एफआईआर दर्ज हो चुके हैं. झांसी में भी राष्ट्रवादी संगठन द्वारा एलाइट चौराहा पर प्रो. चंद्रशेखर का पुतला फूंका गया. अंचल अरजरिया के नेतृत्व में युवाओं ने यह पुतला जलाया. लेकिन, पुतला जलाने पहुंचे युवा खुद कितने जागरूक  हैं, इसकी पोल भी खुल गई.

बिहार के शिक्षा मंत्री के बयान से नाराज ऐसे युवक भी उनका पुतला जलाने के लिए मैदान में उतरते दिखाई दिए, जिन्हें न बिहार के शिक्षा मंत्री का नाम मालूम है और न शिक्षा मंत्री का वह बयान, जिसे लेकर विवाद हो रहा है. पुतला जलाने के लिए जमा हुए युवाओं से जब यह पूछा गया कि बिहार के शिक्षा मंत्री का नाम क्या है, तो वे नहीं बता सके. इतना ही नहीं, अधिकांश युवक उस किताब तक का नाम नहीं बता सके, जिसका नाम लेकर विवाद हो रहा है. जब सवाल पुछा गया तो युवा नजरें चुराने लगे.

नेता खुद कर रहे गलत दावाइन प्रदर्शनकारी युवकों के नेता अंचल अरजरिया ने जब पोल खुलती देखी तो वे खुद कैमरे के सामने आ गए और कहा कि सब लोग सर्दी के कारण रजाई में घुसे हैं. इस कारण ये लोग टीवी नहीं देख सके. यह कार्यक्रम अचानक रखा गया और जितना बता सकते थे, बताया गया. यह नेता खुद भी उन तीन किताबों का नाम नहीं बता सके जिनका जिक्र प्रो. चंद्रशेखर ने अपने बयान में किया था. अंचल अरजरिया ने यह भी दावा किया कि बिहार के शिक्षा मंत्री 5वीं कक्षा तक ही पढ़े हैं. हालांकि, चुनाव आयोग की वेबसाइट के अनुसार प्रो. चंद्रशेखर ने 1985 में विज्ञान विषय में पोस्ट ग्रेजुएट किया था.

शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर पर तीन मामले हैं दर्जमधेपुरा से विधायक रहे शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर पर तीन मामले दर्ज हैं. चुनाव आयोग को दिए एफिडेविट में शामिल जानकारी के मुताबिक उनके खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा दर्ज है.

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Bihar Government, Bihar News, Jhansi news, MLA, Protest, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : January 15, 2023, 12:20 IST

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