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रिपोर्ट : शाश्वत सिंह

झांसी: अस्पतालों में भर्ती रहने वाले मरीजों के साथ आए तीमारदारों के लिए सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है कि, वह इस बात का ध्यान रखें कि मरीज को जो ड्रिप लगी है वह बंद न हो जाए. इसके लिए तीमारदारों को रात भर जागना भी पड़ता है. अगर ड्रिप पर नजर नहीं रखी जाए तो बोतल खाली होने के बाद थोड़ी  हवा नसों के अंदर भर जाती है. यह मरीजों के लिए खतरनाक भी हो सकता है. इसी समस्या को दूर करने के लिए झांसी मेडिकल कॉलेज के पैरामेडिकल ब्लॉक के डायरेक्टर डॉ. अंशुल जैन और उनकी टीम ने एक आविष्कार किया है.

न्यूज 18 लोकल से बात करते हुए डॉ. अंशुल जैन ने बताया कि ड्रिप में जो पाइप लगती है, उसका एक सिरा बोतल के अंदर लगा होता है. जब बोतल खाली हो जाती है तो उसके अंदर मौजूद हवा उस पाइप के जरिए नसों में जाने लगती है. इस वजह से बोतल को तुरंत बदलना जरूरी हो जाता है. अगर समय पर स्टाफ न मौजूद हो तो मरीज के लिए समस्या खड़ी हो सकती है. लेकिन मेडिकल कॉलेज द्वारा जो नया ड्रिप पाइप तैयार किया गया है उससे यह समस्या खत्म हो जाएगी.

अगले माह से शुरू होगी बिक्री :डॉ. जैन ने बताया कि पैरामेडिकल में पढ़ाई कर रहे छात्रों द्वारा ही इस समस्या और उसके समाधान का प्रयास है . इस अविष्कार को पेटेंट हासिल करने की प्रक्रिया भी जारी है. इसके साथ ही दो कंपनियां यह ड्रिप पाइप बनाने पर काम भी कर रही हैं. अगले महीने तक यह ड्रिप पाइप बाजार में उपलब्ध होंगी. इसकी कीमत में भी कोई खास बदलाव नहीं आएगा.यह अविष्कार मरीजों के लिए काफी मददगार साबित होगा.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Jhansi news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : February 21, 2023, 16:03 IST

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