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सौरव पाल/मथुरा. ब्रज में चारों ओर इस समय जन्माष्टमी की धूम है. विश्व भर से श्रद्धालु कान्हा के जन्मोत्सव के लिए ब्रज में पहुंच रहे हैं. साथ ही जन्माष्टमी के दौरान ब्रज में कई ऐसे उत्सव भी होते हैं, जिसका श्रद्धालु साल भर बेसब्री से इंतजार करते हैं. ब्रज में जन्माष्टमी के दौरान सभी मंदिरों में कई उत्सव होते हैं.

लेकिन, इस दौरान मथुरा कृष्ण जन्मभूमि मंदिर और वृंदावन का श्री बांके बिहारी मंदिर केंद्र में रहता है. वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में साल सिर्फ एक बार ही मंगला आरती होती है, जिसमें विश्व भर से श्रद्धालु शामिल होते हैं. साथ ही जन्माष्टमी के दिन कई अन्य परंपरागत अनुष्ठान भी यहां किए जाते हैं.

साल में सिर्फ एक बार आरती की परंपराबांके बिहारी मंदिर में इस बार 7 सितंबर को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव शुरू होगा. सुबह 7:45 बजे दर्शन शुरू हो जाएंगे. दर्शन खुलने के बाद सबसे पहले मंदिर में ठाकुर बांके बिहारी की श्रृंगार आरती 7:55 बजे पर की जाएगी. इसके बाद मंदिर में 11:55 बजे भगवान की राजभोग आरती होगी. इसके बाद छींटा देकर दोपहर 12:00 मंदिर में दर्शन बंद कर दिए जाएंगे. फिर शाम को पुनः 05:30 बजे से 09:30 बजे तक दर्शन होंगे और बीच में शयन भोग आरती 9:25 बजे होगी.

साल में एक बार होती है मंगला आरतीरात 12 बजे भगवान श्री कृष्ण के जन्म के साथ महाभिषेक होगा. रात्रि 1:45 पर दर्शन दोबारा भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे. इसके बाद रात 1:55 पर आरंभ होगी साल में एक बार होने वाली बांके बिहारी की मंगला आरती. साथ ही सुबह 5:30 बजे तक भक्त बांके बिहारी के दर्शन कर पाएंगे. इसके बाद सुबह 7:45 से मंदिर पुनः दैनिक दिनचर्या पर लौट आएगा.
.Tags: Janmashtami, Local18, Mathura news, VrindavanFIRST PUBLISHED : September 04, 2023, 21:05 IST

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