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हमने वास्तव में कभी भी नींद और इसकी कमी पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में, हमें बाधित या खराब नींद के खतरनाक परिणामों का एहसास हुआ है. ब्रेन फंक्शन, मोटापा से लेकर लाइफस्टाइल डिसऑर्डर तक, अनियमित नींद साइकिल ने कई जिंदगियों में तबाही मचा रखी है. कोरोना ने अनिद्रा से ग्रस्त व्यक्तियों के बोझ को और बढ़ा दिया है. इसके अलावा, जोर से खर्राटे लेना सोना भी खराब नींद का एक संकेत है, जिसे लोग नजरअंदाज कर देते हैं.
एक्सपर्ट के अनुसार, कुछ लोग मानते हैं कि खर्राटे लेना या जोर से खर्राटे लेकर सोना स्वस्थ के लिए अच्छा होता है. लोग सोचते हैं कि जोर से खर्राटे लेने का मतलब है कि उन्हें अच्छी नींद आ रही है. लेकिन यह सच नहीं है. जब आप खर्राटे लेते हैं तो आपके शरीर में बहुत सारी समस्याएं होती हैं. रात में ऊपरी वायु मार्ग बंद हो जाता है, जिससे खर्राटे की आवाज आती है. इसलिए अगर आप खर्राटे लेते हैं, तो इसका मतलब है कि आप ठीक से सो नहीं रहे हैं. इसलिए इस मिथक को तोड़ने की जरूरत है.
रोज कितनी नींद लेनी चाहिए?सोना हमारे जीवन में एक बहुत ही महत्वपूर्ण गतिविधि है. हमें प्रतिदिन लगभग 8 घंटे सोना चाहिए, जो एक दिन का एक-तिहाई होता है. इसका मतलब है कि हमारे जीवन का 1/3 भाग, हमें आराम करना या सोना चाहिए. अच्छी नींद न लेने से हाई ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारी, डिप्रेशन, चिंता और ब्रेन से संबंधी बीमारियां हो सकती है.  और चिंता हो सकती है. इसलिए हमें अच्छी नींद लेनी चाहिए.
खराब नींद के शुरुआती लक्षणजब आपको अच्छी नींद नहीं आती है, सुबह उठते ही आप तरोताजा महसूस नहीं करते हैं. आपको सुबह जल्दी नींद आती है और दिन में जरूरी काम के बीच में झपकी मारते हैं. इसके अलावा, सिरदर्द हो सकता है, मेमोरी लॉस और आप काम पर उतने सतर्क हो पाते हैं. अच्छी नींद न लेने से आपका वजन भी बढ़ने लगता है क्योंकि रात को सोते समय होने वाला मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है. 
Disclaimer: इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी ज़ी न्यूज़ हिन्दी की नहीं है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.

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