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More Roasted Onions Harmful In High BP: किचन में खाना बनाते समय लापरवाही हो ही जाती है. इसकी वजह है कि सभी लोगों को सब चीज नहीं पता होती. इसी तरह खाना बनाने के लिए सही सामग्रियों का सही तरह से इस्तेमाल बहुत जरूरी है. लोग अक्सर ग्रेवी वाली सब्जी बनाने के लिए प्याज, लहसुन अदरक का पेस्ट बनाते या फिर उसे भूनते हैं. लेकिन प्याज के भूनने से हाई बीपी वालों का सीधा कनेक्शन है. दरअसल, जो प्याज खाना पसंद करते हैं सब्जी की ग्रेवी में प्याज जरूर चाहिए होता है. वैसे तो प्याज सेहत को कई फायदे देता है. लेकिन इसे ग्रेवी में इस्तेमाल करना की सही तरीका बहुत मायने रखता है. आइये जानते हैं आखिर प्याज पकाने के तरीके से हाई बापी वाले मरीजों का क्या कनेक्शन है. 
जानें किस तरह पकाना है प्याज
प्याज में विटामिन और कई खनिज पाए जाते हैं. प्याज सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. लेकिन इसका सही फायदा पाने के लिए कभी भी कटे हुए प्याज को तेज आंच पर न पकाएं. ऐसा करने से इसमें मौजूद सभी पोषक तत्व मर जाते हैं. कभी भी ग्रेवी के लिए प्याज पकाना हो तो सबसे पहले पैन को गर्म करें. उसके बाद ही प्याज को उसमें भूनें. इसके अलावा हल्के तले वाले बर्तन में प्याज को न भूनें इससे प्याज जल्दी जल जाएगा. ध्यान रखें कि प्याज भूनते समय उसमें एक चुटकी नमक डाल दें. इससे प्याज जल्दी पानी छोड़ देगा और आसानी से पकेगा. प्याज को कभी भी पूरा न पकाएं. इसे हमेशा अधपका रखें. इससे खाने का स्वाद नहीं खराब होगा और सेहत को भी नुकसान नहीं पहुंचेगा.   
ये मिलेंगे फायदे
कोलेस्ट्रॉल लेवल- प्याज में एंटीऑक्सिडेंट और यौगिक गुण होते हैं जो शरीर में सूजन की समस्या से लड़ते हैं. ये कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में मदद करते हैं. हल्का पका हुआ प्याज दिल के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है. प्याज में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर में खून के थक्के नहीं जमने देता. 
हाई ब्लड प्रेशर- प्याज के पानी में क्वेरसेटिन नामक एक फ्लेवोनॉइड एंटीऑक्सिडेंट होता है. इससे उच्च रक्तचाप कम होता है और हृदय रोग का जोखिम कम होता है. साथ ही कम भुना हुआ प्याज बीपी को बैलेंस करता है. 
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