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विशाल झा, गाजियाबाद. हिंदू धर्म में 33 कोटी देवी-देवताओं की पूजा होती है, तभी तो हर जगह उनके अलग-अलग मंदिर देखने को मिलते हैं. सबकी अपनी अलग-अलग मान्यताएं है. भक्त काफी सम्मान के साथ अपने घर में बने मंदिरों में इन देवी -देवताओं को जगह देते है. रोजाना भगवान की प्रतिमाओं की पूजा-अर्चना भी करते है. लेकिन आज हम पार्क में बने मंदिर के बारे में बता रहे है. ऐसा नहीं है कि आपको यहां किसी देवी-देवता की कमी महसूस होगी, यहां पर सब भगवान विराजमान है.

बावजूद उसके इस मंदिर में कोई भक्त आना पसंद नहीं करता. कारण है की मूर्तियां खंडित हो चुकी है. खंडित मूर्ति को भला कौन पूजे, तो रख दिया पेड़ों के पास. हैरानी की बात ये है कि जहां पर ये भगवान की प्रतिमाएं रखी गई है. वहीं कूड़े का ढेर भी बना हुआ है. बावजूद इसके यहां निवासियों द्वारा लगातार मूर्तियों को रखा जा रहा है.

गाजियाबाद के शालीमार गार्डन के पार्क में देवी -देवताओं की दर्जनों प्रतिमाएं है. हैरानी की बात यह है कि इन दर्जनों देवी -देवताओं के साथ ही कूड़े का ढेर भी है. स्थानीय निवासी में से एक गुट ऐसा भी है जो इसको निंदा कर रहा है, वहीं अन्य गुट इन प्रतिमाओं को धड़ल्ले से पार्कों में गंदगी के बीच रख रहे है.

क्या बोले स्थानीय निवासीपार्क में रोजाना वॉक करने वाली किरण वर्मा ने बताया कई ये बहुत गलत बात है. उन लोगों को सोचना चाहिए जो ये गंदगी फैला रहे हैं. अगर वो ऐसा सोचते है की नए भगवान जी लाकर पुराने को कही भी फेंक दो तो ये उनकी गलत मानसिकता है. ऐसा करने वालों के खिलाफ जुर्माना होना चाहिए.

वहीं पार्क में रनिंग करने वाले आर्यन धर ने बताया कि बहुत बुरा लगता है, भगवान के साथ ऐसा खिलवाड़ देख कर. ये तो सीधा-सीधा पाप है. यहां पर गंदा कूड़ा पड़ा रहता है और यही राम दरबार है, शिवलिंग है, साई भगवान की प्रतिमा आदि भी है.

पास में ही मंदिर, फिर भी भगवान की दुर्दशाजहां ये प्रतिमा कूड़े के ढेर के पास रखी गई है. उसी के ठीक सामने राधे कृष्ण मंदिर है. जिनके पंडित है मुरारी लाल गोस्वामी. इन्होंने बताया कि लोगों को वो अक्सर मना करते है, उल्टी-सीधी जगह मूर्ति ना रखने के लिए. दरअसल, खंडित मूर्ति को गंगा -जमुना या बहते पानी में बहाने का उसूल है, जो लोग आलस के कारण नहीं करते. कहीं ना कहीं सरकार की तरफ से भी लगाई पाबंदी के कारण लोग अब पार्कों में मूर्ति रखने लगे है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Ghaziabad News, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : May 03, 2023, 10:10 IST

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