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शाश्वत सिंह/झांसी : झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग में बच्चों से जुड़ी हार्ट अटैक और अन्य गंभीर समस्याओं को लेकर चिकित्सकों की एक कार्यशाला आयोजित की गई. नवजात शिशुओं और बच्चों में सांस, हृदय और ब्लड सर्कुलेशन से जुड़ी गंभीर रोगों की तुरंत पहचान के लिए 3 दिनों की कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में 36 चिकित्सकों को प्रशिक्षित किया गया. इसमें एम्स भोपाल से आए डॉ. गिरीश भट्ट ने हृदय रोगों पर आधुनिक डीफ्रिनीलेटर मशीन के उपयोग के बारे में बताया.

कार्यशाला के राष्ट्रीय समन्वयक डॉ. ए के रावत ने बताया कि एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट सिस्टम और सीपीआर के बारे में जानकारी होना हर किसी के लिए बहुत आवश्यक है. आम लोगों में और खास तौर से बच्चों में अगर हृदय से संबंधित कुछ समस्या आती है तो शुरुआती 10 से 15 मिनट बहुत महत्वपूर्ण होते हैं. इस दौरान अगर उन्हें सीपीआर दे दिया जाए तो उनकी जान बच सकती है. हम डॉक्टर के साथ आम लोगों को भी सीपीआर देने की प्रक्रिया सीखा रहे हैं.

मेडिकल स्टूडेंट को दी गई जानकारीबाल रोग विभाग के एचओडी डॉ. ओमशंकर चौरसिया ने चताया कि ये कोर्स अंतरराष्ट्रीय समिति आईएलसीओआर की ओर से हर पांच सालों में मानको के आधार पर निर्धारित किया जाता है.कार्यशाला के समन्वयक डॉ ए के रावत बच्चों में अचानक हार्ट अटैक की समस्या आने पर कम समय होने पर तत्काल सीपीआर का उपयोग कर जीवन की रक्षा कर सकते हैं. इसी के बारे में कार्यशाला में चिकित्सकों को जानकारी प्रदान की गयी है.
.Tags: Jhansi news, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : February 4, 2024, 22:32 IST

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