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रिपोर्ट- विशाल झा, गाजियाबादआप सभी अक्सर चाहते होंगे कि, सुबह जब खिड़की खोलें तो सामने सुंदर प्राकृतिक नज़ारे देखने को मिले. जो आपके दिन को एक सकारात्मक शुरुआत दे. लेकिन जब खिड़की खोलना ही मुसीबत बन जाए, तब क्या करें.

दरअसल गाज़ियाबाद के शहीद नगर (Saheed Nagar) वार्ड के अंतर्गत गांव चिकंबरपूर (Chikamberpur) में कूड़े के ढेर से निवासी परेशान हैं. जब लोग वहां के पार्षद से शिकायत करते हैं तो वो अनदेखा कर देते हैं. इसके कारण वहां कूड़े का अंबार इकट्ठा होता जा रहा है. दिल्ली बॉर्डर से बस कुछ ही मीटर की दूरी पर होने के कारण यहां दिल्ली का भी कूड़ा डाला जाता है. इस ढेर के आसपास छोटी दुकाने हैं, वहां के लोग बहुत परेशान हैं.

कूड़े ने ढका पुराना मंदिरNEWS 18 LOCAL की टीम ने कूड़े के पहाड़ के पीछे जाकर देखा तो वहां पुराने पीपल के पेड़ से सटा हुआ एक मंदिर मिला. स्थानीय लोगों का कहना है कि, आज से 8 वर्ष पहले यहां पर पूजा होती थी. चिकंबरपूर गांव के लोग यहां पर पूजा करने आते थे. बाद में मंदिर को कूड़े ने दबा दिया है. कूड़े के कारण भगवानों का भी अनादर हो रहा है.

वहीं एक स्थानीय निवासी ने कैमरे पर ना आने की शर्त पे हमसे बात की. उन्होंने हमारी टीम को बताया कि मेरी खिड़की से शिमला का पहाड़ नहीं, बल्कि कूड़े का पहाड़ दिखता है. ये कूड़े की बदबू और कूड़ा उठाती मशीने ही हमारे लिए सुंदर नजारे हैं. बहुत बुरा हाल है, काम करना मुश्किल है.

पार्षद ने बात करने से किया इनकारNEWS 18 LOCAL की टीम जब शहीद नगर वार्ड के पार्षद कल्लन से संपर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन ही नहीं उठाया. हमारा जवाब नहीं दिया और इस पूरे मामले में चुप्पी साधे रहे. दिल्ली बॉर्डर से नजदीक होने के कारण इस कूड़े के ढेर में दिल्ली का कूड़ा भी डाला जाता है. अक्सर यहां पर साफ-सफाई करने वाली निगम की गाड़ी नहीं आती है. इस कारण से ढेर बढ़ता जाता है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Ghaziabad News, Up news in hindiFIRST PUBLISHED : November 17, 2022, 08:51 IST

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