[ad_1]

रिपोर्ट-हरीकांत शर्मा
आगरा. जर्मनी में आयोजित जी-7 समिट (G-7 Summit 2022) में प्रधानमंत्री नरेंद मोदी (PM Narendra Modi) ने इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी (Mario draghi) को मार्बल इनले टेबल टॉप उपहार में भेंट किया है. स्टोनमैन क्राफ्ट से बनाई गई इस टेबल टॉप की इन दिनों खूब चर्चा हो रही है,जिसे आगरा की स्टोनमैन क्राफ्ट कंपनी ने बनाया है. इस टेबल टॉप को इटालियन और मुगलिया डिजाइन के फ्यूजन से बनाया गया है. बता दें कि जर्मनी में आयोजित G-7 समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इटली के प्रधानमंत्री के अलावा अन्य देशों के नेताओं को भी अलग-अलग शहरों से बने समान गिफ्ट के तौर पर दिए हैं.
आगरा की मार्बल इनले टेबल टॉप उपहार में दी जाने की जानकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट के जरिए साझा की. साथ ही पीएम मोदी का आभार प्रकट किया. इनले टेबल टॉप को बनाने में करीब 5-6 महीने का वक्त लगा और सात लोगों की टीम ने कड़ी मेहनत से इसे बनाकर तैयार किया है जो पूरी तरह से हैंडमेड है. पीएम मोदी के द्वारा इनले टेबल टॉप गिफ्ट करने के बाद से इससे जुड़े कारीगर बेहद उत्साहित और खुश नजर आ रहे हैं.
जानिए इस टेबिल टॉप की कीमतपीएम के द्वारा गिफ्ट में दिए जाने के बाद लोगों में इसकी कीमत जानने की जिज्ञासा तेजी से बढ़ रही है. जब हमने उसके निर्माता रजत अस्थाना से कीमत के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि यह बेहद नायाब है, उसकी कोई कीमत नहीं है. इसकी कीमत इटली के पीएम को देने के बाद और बढ़ गई है. हालांकि जब भी कोई गिफ्ट देश के नेता के द्वारा दिया जाता है तो उसकी कीमत का आकलन नहीं किया जाता. ऑफिशियल तौर पर इसकी कीमत भी नहीं जाहिर कर सकते हैं. इतना कहा जा सकता है कि ये लाखों में तैयार की जाती है.
ऐसे बनती है टेबल टॉपआगरा के शास्त्रीपुरम में स्थित स्टोनमैन क्राफ्ट फैक्ट्री में इस टेबल टॉप को बनाया गया है. इस फैक्ट्री के मालिक रजत अस्थाना बताते हैं कि टेबल टॉप पर बेहद बारीक काम किया जाता है, जो मुगल शासन काल से चला आ रहा है. इस काम में हाथ से कारीगरी की जाती है. टेबल टॉप को बनाने के लिए सबसे पहले संगमरमर का पत्थर लाया जाता है और उसे बड़ी मेहनत के साथ घिसकर आकार दिया जाता है. इसमे बारीक पच्चीकारी का काम होता है ,छोटे-छोटे नायाब पत्थर को काट कर इसमें जोड़ा जाता है,जो विदेशों से आते हैं.
साउथ से आता है टेबल टॉप का पत्थरइनले मार्बल टेबल टॉप को बनाने के लिए साउथ से पत्थर आता है, जिसकी क्वालिटी बहुत उम्दा होती है. पत्थर को तराशने के बाद में नक्काशी के तौर पर इसमें नायाब पत्थर छोटे-छोटे टुकड़ों के रूप में जोड़े जाते हैं.
मुगल काल से होता चला रहा है आगरा में हैंडीक्राफ्ट का कामआगरा में हैंडीक्राफ्ट का काम बेहद पुराना है. मुगलकाल से आगरा के कारीगर पच्चीकारी करते चले आ रहे हैं. यह कारीगरी पीढ़ी दर पीढ़ी जिंदा है. आगरा के गोकुलपुरा में हैंडीक्राफ्ट का काम बड़े स्तर पर किया जाता है. यहां संगमरमर के छोटे-छोटे आर्टिकल तैयार किए जाते हैं, जिसमें बेबी ताज, छोटे हाथी ,संगमरमर के बनी देवी देवताओं की मूर्तियां और इसके साथ बेहतरीन डिजाइन के अलग-अलग प्रोडक्ट मिलते हैं.
आप भी यहां से खरीद सकते है मार्वल के प्रोडक्ट्सआप भी इनले टेबल टॉप और इससे जुड़े मार्बल के प्रोडक्ट शास्त्रीपुरम स्थित फैक्ट्री से खरीद सकते हैं. इसके साथ ही आगरा में गोकुलपुरा हैंडीक्राफ्ट बाजार है यहां मार्बल से बने प्रोडक्ट्स का बड़ा काम है. होलसेल में यहां मार्बल के छोटे-छोटे प्रोडक्ट मिलते हैं.इसके साथ ही आगरा में तमाम डिस्ट्रीब्यूटर भी हैं जहां से आप मार्बल पत्थर के हैंडीक्राफ्ट का सामान खरीद सकते हैं. ज्यादातर सदर बाजार, ताजगंज, राजा मंडी जैसे बाजारों में यह प्रोडक्ट आसानी से उपलब्ध हैं.

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Agra news, Pm narendra modiFIRST PUBLISHED : June 30, 2022, 18:43 IST

[ad_2]

Source link