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इटावा. भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रो. रामशंकर कठेरिया ने गरीबी दूर करने के लिए संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर और डॉ. अब्दुल कमाल का उदाहरण दिया. उन्होंने कहा कि जीवन में सम्मान पाने और गरीबी दूर करने के लिए खुद भी मेहनत करने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें तो गरीबों के लिए बहुत कुछ कर रही है, लेकिन इससे गरीबी दूर नहीं होगी बल्कि इसके लिए खुद भी प्रयास करने पड़ेंगे. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आपको प्रधानमंत्री ने आवास दिया है, लेकिन कल अपने बच्चों के लिए मेहनत करके कम से कम 4 कमरे बनाने का प्रण लेकर यहां से जाएं. अगर आपके 3 बेटे हैं और कल जब तीनों बेटों की शादी होगी, तो तीनों की बहू कहां रहेंगी यह सोचना पड़ेगा. क्या आपकी तरह वो भी आवास के लिए सरकार पर आश्रित रहेंगे.
उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ आपकी मदद कर सकती है, लेकिन गरीबी दूर करने के लिए आपको खुद मेहनत करनी पड़ेगी. आज़ादी के समय पाकिस्तान से आये सिंधी और पंजाबियों का उदाहरण देते हुए कठेरिया ने कहा कि जब वे पाकिस्तान से आए थे तब उनके पास कुछ नहीं था. तब उन्होंने फल बेचे, पंचर जोड़े. किसी ने बाल काटे और किसी ने मालिश की. जी तोड़ मेनहत की और आज ये समाज अपनी मेहनत के बल पर देश का सबसे धनी समाज है.
उन्होंने सफलता पाने के लिए पढ़ाई पर जोर देते हुए कहा कि अपने बच्चों के भविष्य के लिए उन्हें पढ़ाने लिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ें. उन्होंने कहा कि पढ़ा लिखा कर ही उनका भविष्य बनाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अपने अगल बगल देखिये किसी का बच्चा महंगे स्कूलों में पढ़ रहा होगा और आप प्राइमरी स्कूल की फीस भी नहीं दे पा रहे हैं. इसकी क्या वजह है कहीं न कहीं आपकी मेनहत में कमी रह गई है. इसीलिए अपने बच्चों को इस लायक बनाएं.
उन्होंने कहा कि गरीब होना गलत बात नहीं है लेकिन निठल्ले बैठना गलत है. पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा है कि जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के हितों का ध्यान में रखते हुए तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया है ऐसे में किसानों को प्रधानमंत्री की अपील को हर हाल में स्वीकार करना चाहिए, लेकिन इसके बावजूद भी विपक्ष के नेता प्रधानमंत्री के अपील को दरकिनार कर रहे हैं. यह ठीक नहीं है. संविधान निर्माता डा. भीमराव अम्बेडकर और अब्दुल कलाम आजाद का उदाहरण देते हुए गरीबों को उत्साहित करते हुए पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री प्रो.रामशंकर कठेरिया ने कहा कि यह दोनों महानुभाव गरीबी की जिंदगी बसर कर रहे थे, लेकिन उनके संघर्ष ने उन्हें इस मुकाम पर पहुंचाया, जिसकी वजह से आज हर कोई उनको अपना प्रेरक मानता है.
उन्होंने कहा कि हमने अखबार में पढ़ा है कि गरीब का बेटा आईएएस बना है. रिक्शा चलाने वाले का बेटा आईपीएस बन गया है।.आप में से सभी ने डा. भीमराव अंबेडकर और डॉक्टर अब्दुल कलाम की कहानी पढ़ी होगी सभी गरीब घर के थे. इस मंच पर बैठे हम सभी लोग गरीब घर से ही थे.
कठेरिया ने कहा कि जिन किसानों की मौत आंदोलन के दौरान हुई है उनको भी आर्थिक सहायता देने के सिलसिले में केंद्र सरकार विचार कर रही है. उम्मीद रखिएगा की जांच के बाद निश्चित ही सरकार इस पर अमल करेगी.पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi. हमें Facebook, Twitter, Instagram और Telegram पर फॉलो करें.Tags: BJP leader Ramshankar Katheria, Etawah news, PM Awas Yojana, Uttar pradesh news

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