[ad_1]

रिपोर्ट : अखंड प्रताप सिंह
कानपुर. बुराई पर अच्छाई की जीत और असत्य पर सत्य की जीत का पर्व दशहरा पूरे देश भर में धूमधाम के साथ मनाया जाता है. कानपुर में भी यह पर्व नवरात्रि से शुरू हो जाता है. नवरात्रि से रामलीला का आयोजन होता है और दशहरा के दिन रावण का दहन किया जाता है. कानपुर में मोहम्मद इकबाल रावण बनाते हैं. उनकी चार पीढ़ियां रावण बनाने का काम करते हुए चली आ रही हैं. जबकि वह खुद 32 सालों से इस काम से जुड़े हुए हैं. उनके रावण कानपुर ही नहीं बल्कि कई अन्य शहरों में भी जाते हैं.
मोहम्मद इकबाल ने न्‍यूज़ 18 लोकल बताया कि यह उनकी चौथी पीढ़ी है जो रावण के पुतले बनाने का काम कर रही है. इस काम की शुरुआत उनके बाबा ने की थी. बाबा के बाद पिताजी और ताऊ जी ने काम संभाला. अब वह और उनके बच्चे इस काम को कर रहे हैं, इसलिए उनकी चौथी पीढ़ी है. उनको खुद रावण के पुतले बनाते-बनाते 32 साल हो गए हैं. साथ ही मोहम्मद इकबाल ने बताया कि उनके रावण के पुतले हर साल कानपुर की शान बढ़ाते हैं. कानपुर में सबसे ऊंचा रावण उन्हीं के द्वारा बनाया जाता है. इस बार भी 90 फीट का रावण वही बना रहे हैं.
महंगाई का पड़ा है असरइस बार का रावण मुंह से आग निकालेगा जो लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहेगा. इसके साथ ही रंग बिरंगी आतिशबाजी से रावण का दहन किया जाएगा. इस दशहरा पर महंगाई का भी बड़ा असर देखने को मिल रहा है. महंगाई लगभग 3 से 4 गुना बढ़ गई है, लिहाजा जो चीज पहले 500 रुपए की आ जाती थी, अब वो लगभग दो हजार तक पहुंच गई है. वहीं, 90 फीट के रावण को बनाने में सवा लाख रुपए का खर्च आया है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Dussehra Festival, Kanpur news, VijayadashamiFIRST PUBLISHED : October 05, 2022, 12:04 IST

[ad_2]

Source link