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अभिषेक जायसवाल
वाराणसी. धार्मिक नगरी वाराणसी के रामनगर की रामलीला विश्व प्रसिद्ध है. यह रामलीला जितनी अनूठी है, उतने ही खास इसे देखने वाले भक्त हैं जो बीते कई दशकों से इस अद्भुत लीला को देखने यहां आते हैं. यहां कोई 30, तो कोई 40 साल से लगातार रामलीला देखने आ रहा है. खास बात है कि रामलीला प्रेमी पूरे बनारसी ठाट-बाट से इसका मंचन देखते हैं. विशेष परिधान में यह लीला प्रेमी पूरे एक महीने यहां आकर इस अद्भुत रामलीला को देखते हैं.
दर्शक मदन यादव ने बताया कि वो पिछले 40 बरस से रामलीला देखने यहां आ रहे हैं. उनके साथ उनके मित्र और कुछ जानने वाले भी हर साल पूरे 30 दिन रामलीला का मंचन देखते हैं. लीला में शामिल होने से पहले वो यहां स्नान कर लीला देखने के लिए तैयार होते हैं. माथे पर चंदन का टीका और सफेद कुर्ता-पायजामा का खास परिधान इनकी पहचान है. इसके अलावा माला और बनारसी गमछा इनके परिधान में चार चांद लगाता है.
परंपरा का कर रहे निर्वहनभाग दौड़ भरी जिंदगी में अपने कामकाज को निपटा कर पूरे 30 दिन पांच से छः घंटे यह लोग रामलीला में समय बिताते हैं. लीला के मंचन के शुरुआत से लेकर आरती तक यह इसमें शामिल होते हैं. कुछ तो ऐसे भी है जो कई पीढ़ियों से इस परंपरा का निर्वहन करने यहां आते हैं.
ऐसा है स्वरूपवहीं, बंसत यादव ने बताया कि उनके पिता भी यहां रामलीला देखने आते थे, और अब वो इस परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि रामनगर की रामलीला आज भी उसी तरह होती है जैसा वो 1783 यानी 239 साल पहले होती थी. आधुनिकता के दौर से अलग आज भी पेट्रोमैक्स की रोशनी में बिना स्टेज और साउंड सिस्टम के यहां रामलीला का मंचन होता है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Banaras news, Dussehra Festival, Ramlila Live, Ramlila Staged, Up news in hindi, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : October 04, 2022, 20:19 IST

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