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अभिषेक जायसवाल
वाराणसी. धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में इन दिनों देश के अलग अलग राज्यों के हस्तशिल्पियों की अद्भुत कलाकारी का नमूना देखने को मिल रहा है. वाराणसी (Varanasi) के दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल में 11 प्रदेशों के जीआई प्रॉडक्ट पहली बार एक साथ, एक छत के नीचे देखने को मिल रहे हैं. दीपावली से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के संसदीय क्षेत्र बनारस के आंगन में सजी यह प्रदर्शनी लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है.
इस प्रदर्शनी में 34 स्टॉल लगाए गए हैं जिसमें अलग-अलग प्रदेशों के 90 से अधिक जीआई उत्पाद मिल रहे हैं. खास बात यह है कि इसमें पूर्वांचल के 19 उत्पादों को भी जगह दी गई है जिसमें लकड़ी के खिलौने, गुलाबी मीनाकारी, भदोही के कार्पेट, गोरखपुर का टेराकोटा, चुनार का बलुआ पत्थर, चंदौली का ब्लैक राइस, मिर्जापुर के पीतल के बर्तन सहित बहुत से उत्पाद शामिल हैं.
अलग-अलग राज्यों का भी समागमपूर्वांचल के इन उत्पादों के अलावा अलग-अलग राज्यों के प्रॉडक्ट का भी यहां समागम है. जम्मू-कश्मीर की पश्मीना, हिमाचल के कुल्लू की शॉल और कांगड़ा की चाय, हरियाणा की फुलकारी, राजस्थान का ब्लू पॉटरी, मध्य प्रदेश का मेटल क्राफ्ट, चंदेरी की साड़ी, इंदौर के लेदर सहित ढेरों उत्पाद हैं.
जीआई उत्पादों को मिलेगी संजीवनीसहायक आयुक्त उद्योग वी.के वर्मा ने बताया कि वाराणसी में पहली बार इस तरह के जीआई प्रॉडक्ट की प्रदर्शनी लगी है जो 22 अक्टूबर तक चलेगी.
वहीं, इस प्रदर्शनी में आए कारीगर सुभाष कुमार ने बताया कि जीआई महोत्सव हम हस्तशिल्पियों के लिए संजीवनी है. इससे हमारे उत्पाद को न सिर्फ पहचान मिलेगी, बल्कि उन्हें नया बाजार भी मिलेगा.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Banaras news, Diwali festival, Up news in hindi, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : October 18, 2022, 19:34 IST

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