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रिपोर्ट:अखंड प्रताप सिंह
Hoola Gunj Market Kanpur: दीपावली का पर्व आते ही बाजारों में रौनक दिखाई देने लगती है. चारों तरफ रंग बिरंगी सजावट देखने को मिल रही है, लेकिन हम यहां कुछ हटकर बात कर रहे हैं. आपने बचपन में शक्कर के खिलौने जरूर अपने घरों में देखे होंगे. शक्कर से बने घोड़े, हाथी, चिड़िया, मंदिर और कई अन्य आकृतियां जिनको लोग बड़े चाव के साथ खाते हैं. ये सभी कानपुर में हूला गंज बाजार में तैयार किए जाते हैं और देश के कई हिस्सों में यहीं से इनकी सप्लाई की जाती है. इन मीठे खिलौनों के अंग्रेज भी दीवाने थे.आइए जानें पूरी कहानी…
दिवाली पर खिलौना, लइया, खील और खरीद कर भगवान गणेश-लक्ष्मी को उसका भोग लगाते हैं. कानपुर में मुख्य रूप से यह बाजार हूला गंज नया गंज क्षेत्र में लगता है. यह बाजार कानपुर के सबसे पुराने बाजारों में से एक है. इसका इतिहास लगभग 250 साल पुराना है. इतना ही नहीं इस बाजार के अंग्रेज भी दीवाने थे. वो भी यहां से शक्कर से बनने वाले खिलौने, हाथी घोड़े और चिड़िया खरीद कर ले जाते थे.
बड़ी संख्या में तैयार होते हैं मिठाई के आइटमहूला गंज बाजार 250 सालों से कानपुर नगर ही नहीं बल्कि पूरे देश भर में मिठास फैला रहा है. दीपावली में यहां पर तैयार होने वाला गट्टा और खिलौना दूर-दूर शहरों में भी जाता है. वहीं सर्दियों में यहां पर गजक, मूंगफली के दाने की पट्टी तैयार होती है. इसके अलावा यहां पर तैयार होने वाला पेठा भी पूरे देश में अपनी अलग पहचान रखता है.
मौसम के अनुसार तैयार की जाती हैं मिठाईकानपुर की गंज गलियों में बने इस बाजार में आपको लोगों की भीड़ ही नजर आएगी. व्यापारी राकेश गुप्ता ने बताया कि उनकी तीन पीढ़ियां इसी बाजार में व्यापार करती चली आ रही हैं. यहां पर मिठाई का हर आइटम त्योहार और मौसम के अनुसार तैयार किया जाता है. यहां से उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के कई हिस्सों में सामान जाता है. राकेश गुप्ता ने बताया कि उनके पूर्वज बताते हैं कि अंग्रेज भी यहां से सामान खरीदते थे और यहां की मिठाइयों को पसंद करते थे.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Diwali, Diwali festival, Kanpur news, UP newsFIRST PUBLISHED : October 20, 2022, 17:30 IST

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