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नोएडा. दिल्ली में बाढ़ की स्थिति अब किसी से भी छिपी नहीं हुई है. दिल्ली से सटे गाजियाबाद में भी बाढ़ ने तांडव मचा रखा है, लेकिन ताज्जुब की बात यह है कि दिल्ली से सटे नोएडा और ग्रेटर नोएडा अभी भी बाढ़ से पूरी तरह बचा हुआ है.  बता दें कि नोएडा के ज्यादातर हिस्से यमुना के बिल्कुल करीब हैं. दिल्ली-एनसीआर में बुधवार की बारिश से एक बार फिर से यमुना का जलस्तर बढ़ सकता है. इसको देखते हुए दिल्ली में लोहे का पुराना पुल बंद कर दिया गया है. दिल्ली-एनसीआर के लोग पिछले कई दिनों से बाढ़, बारिश और जलजमाव से बेहाल हैं. ऐसे में सवाल यह उठता है कि इतनी बारिश बारिश और जलजमाव से नोएडा और ग्रेटर नोएडा कैसे बचा हुआ है? दिल्ली में प्रलयकारी बाढ़ आने के बावजूद भी नोएडा में बाढ़ का पानी क्यों घुस नहीं पाता है?

जानकार मानते हैं कि नोएडा का ड्रेनेज सिस्टम और यहां की भौगोलिक स्थिति गुरुग्राम, गाजियाबाद या फरीदाबाद से बिल्कुल अलग है. अगर बात करेंगे गुरुग्राम की तो इसमें कोई दो राय नहीं कि वह रियल एस्टेट, ऑटो और सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री में आगे है. लेकिन, गुरुग्राम में हर साल सड़कों और कॉलोनियों में पानी भर जाना सिस्टम पर एक दाग जैसा है, जबकि यहां करोड़ों का बजट हर साल ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने पर खर्च होता है. यहां नगर निगम, जीएमडीए, एनएचएआई, एचएसआईआईडीसी सहित दूसरी सरकारी एजेंसियों का बजट हर साल इन्हीं कामों को दुरुस्त करने के लिए होता है. इसके बावजूद हालात बिगड़ ही जाते हैं.

हिंडन नदी में आई बाढ़ के कारण जल प्रलय ले चुकी कारें

क्यों नोएडा में बाढ़ नहीं आती है?लेकिन, इसके उलट नोएडा में हालात बिल्कुल अलग हैं. नोएडा का सीवर और ड्रेनेज सिस्टम अपग्रेडेड के साथ-साथ पूरी तरह से साफ है. नोएडा बनाते समय इंजीनियरों ने यहां के नाले को काफी चौड़ा रखा. नोएडा में तकरीबन 100 किलोमीटर का नाला है, जिसका पानी हिंडन और यमुना में गिरता है. नोएडा यमुना तट से ऊंचाई पर है. खासकर नोएडा का ड्रेनेज सिस्टम अलग है. इसके साथ ही सरकारी विभागों में आपसी तालमेल का अभाव नहीं रहता है. नोएडा अथॉरिटी लगातार हालात की समीक्षा करती रहती है.

नोएडा-ग्रेटर नोएडा का ड्रेनेज सिस्टम कैसा है?गाजियाबाद के टाउन प्लानर विशाल कुमार कहते हैं, ‘दिल्ली-एनसीआर के किसी भी शहर से नोएडा का ड्रेनेज सिस्टम बेहतर है. यहां अमूमन जलभराव की समस्या नहीं होती है. अगर कुछ देर के लिए जलभराव होता भी है तो यहां का सीवर और ड्रेनेज सिस्टम बेहतर होने के कारण पानी तुरंत ही बाहर निकल जाता है. जबकि, दिल्ली में या गुरुग्राम में आबादी के हिसाब से व्यवस्थाएं नहीं हो पा रही हैं. बड़े शहरों में जल निकासी के लिए केवल बेहतर ड्रेनेज सिस्टम होना चाहिए. साथ ही फुलप्रफ प्लान बनाकर हर साल नालों की सफाई होनी चाहिए. इसके साथ ही पानी के बहाव का भी ध्यान रखना होता है.

दिल्ली-एनसीआर के लोग पिछले कई दिनों से बाढ़, बारिश और जलजमाव से बेहाल हैं.

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कुलमिलाकर नोएडा और ग्रेटर नोएडा अभी तक बाढ़ और बारिश से बचा हुआ है. हालांकि, बुधवार की बारिश ने नोएडा को भी प्रभावित किया है. इसके बावजूद दिल्ली, गुरुग्राम और गाजियाबाद से नोएडा और ग्रेटर नोएडा के हालात काबू में दिख रहे हैं. इसके लिए कहीं न कहीं प्रशासन का बेहतर प्रबंधन को क्रेडिट मिलना चाहिए.
.Tags: Delhi-NCR News, Flood, Flood alert, Greater noida news, Noida newsFIRST PUBLISHED : July 26, 2023, 14:14 IST

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