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मेरठ : आज कल हर कोई डिजिटल बैंकिंग का उपयोग करता है. इससे पैसों का आदान-प्रदान करना बेहद आसान हो गया है. एक क्लिक के माध्यम से चाहे पेटीएम हो, गूगल पे, हो या फिर phonepay के साथ कोई अन्य माध्यम जिससे हम दूर बैठे व्यक्ति को चुटकियों में पैसा ट्रांसफर कर देते हैं. लेकिन कहीं न कहीं साइबर ठग भी इसका फायदा उठा कर लोगों को चूना लगा रहे हैं.अगर आपको कोई भी अनजान व्यक्ति नेट बैंकिंग के माध्यम से पैसे दे रहा है. आप उसे क्यूआर कोड भेजते हैं, तो आप बेहद सावधानी बरतें. अगर क्यूआर कोड भेजने के बाद आपके पास पिन डालने का कोई मेसेज आता है तो बिल्कुल भी दर्ज न करें. क्योंकि जैसे कि आप अपना पिन दर्ज करेंगे तो आपके अकाउंट से पैसे खाली हो जाएंगे. इतना ही नहीं अगर आप उसका भी क्यूआर कोड स्कैन कर रहे हैं तो भी सावधानी बरतें.
बढ़ते साइबर अपराध को देखते हुए आरबीआई ने भी सभी बैंकों को निर्देश जारी किया है कि वे उपभोक्ताओं को इस बारे में जागरूक करें. मेरठ एलडीएम सुशील कुमार मजमूदार ने News18 local को बताया कि मेरठ में सभी बैंक प्रबंधकों द्वारा ग्राहकों को जागरूक किया जा रहा है ताकि उपभोक्ता किसी भी लालच के चक्कर में अपनी पर्सनल जानकारी बिल्कुल भी न दें. इतना ही नहीं उनका कहना है कि डिजिटल लेनदेन करते समय बहुत सावधानी बरतें. क्योंकि छोटी सी लापरवाही भारी पड़ सकती है. उन्होंने बताया कि हर महीने काफी संख्या में साइबर ठगी की शिकायतें भी आती हैं.
साइबर एक्सपर्ट आर्य त्यागी ने बताया कि क्यूआर कोड ठग द्वारा भेजा जाता है, उसमें पहले ही साइबर ठग द्वारा अमाउंट फिक्स कर दिया जाता है. ऐसे में अकाउंट में पैसे आने की जगह पैसे चले जाएंगे. इसलिए किसी भी अनजान व्यक्ति से पैसे की लेनदेन के समय क्यूआर कोड सेंड या रिसीव करते समय बेहद सावधानी बरतें. बताते चलें कि इसके प्रति जागरूकता के लिए मेरठ क्राइम ब्रांच द्वारा भी प्रवेश द्वार पर ही साइबर ठग से संबंधित विभिन्न जानकारियों का बैनर लगा हुआ है. ऑनलाइन फ्रॉड से संबंधित सभी जानकारियां लिखी गई हैं.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : December 09, 2022, 19:16 IST

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