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सनन्दन उपाध्याय/बलिया: बलिया अपनी संस्कृति और परंपरा के चलते लोगों के बीच प्रसिद्ध है, उतना ही ये अपने स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए भी पहचाना जाता है. बलिया अपने अनोखे स्वाद के लिए पहचाना जाता है. हर जगह की अपनी कोई ना कोई खास डिश है जो लोगों को बहुत पसंद आती है. जिले के सहतवार कस्बे में बनने वाला गाजर का हलवा न केवल गृह जनपद के लिए बल्कि दूर-दूर तक मशहूर है. दुकान से उठने वाली इस हलवे की सुगंध हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित कर लेती है. जहां हर कोई इस लाजवाब स्वाद का दीवाना है तो वहीं मुख्यमंत्री भी इस गाजर के हलवे के स्वाद के दीवाने हैं.

दुकानदार मोतीलाल ने बताया कि यह राम रतन के नाम से दुकान है. मैं राम रतन जी का नाती हूं. यह दुकान लगभग डेढ़ सौ साल पुरानी है. इस दुकान पर सातवीं पीढ़ी चल रही है. यहां का गाजर का हलवा काफी प्रसिद्ध है. इसका स्वाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी लिया है. यही नहीं इस हलवे का चर्चा मुख्यमंत्री जी ने सदन में भी किया है.

ऐसे बनता है यह खास हलवाजिले के सहतवार कस्बा में बनने वाला गाजर का हलवा अपने आप में किसी परिचय का मोहताज नहीं है. इस हलवे की ख्याति दूर-दूर तक फैली हुई है. स्वाद इतना लाजवाब है कि इसका हर कोई दीवाना है. साथ ही मुख्यमंत्री भी इसके स्वाद के दीवाने हैं. आखिर कैसे तैयार होता है यह खास हलवा जिसका रहता है अपना अलग ही जलवा?. दुकानदार बताते हैं कि इस हलवे को तैयार करने में बहुत मेहनत लगता है. शुद्ध देसी घी और दूध में सबसे पहले गाजर को डालकर लगभग 16 से 17 घंटे तक गलाया जाता है. यह गाजर देहाती क्षेत्र से मंगाया जाता है. लगभग 90 लीटर दूध में 25 किलो गाजर डाला जाता है. जब यह पूरी तरह से दूध में गल जाता है तो उसके बाद इसको मलकर और महीन बनाया जाता है. अंततः खोवा और घी डालकर भूना जाता है. तब जाकर के इस हलवे का जलवा बरकरार होता है और इसमें पूर्णतया सुगंध के साथ लाजवाब स्वाद आता है.

ये है इस हलवा का कीमतसहतवार के मशहूर हलवे की कीमत की बात करें तो वर्तमान में ₹400 से लेकर ₹500 प्रति किलो के हिसाब से ग्राहकों को उपलब्ध कराया जाता है. दुकानदार ने बताया कि यह कीमत बढ़ता घटता रहता है. जब गाजर का उत्पादन बढ़ जाता है तो उसके साथ ही गाजर के हलवे की कीमत भी घट जाती है. हमारे दुकान पर सबसे ज्यादा इस हलवे की ही मांग रहती है. मुख्यमंत्री जी ने भी इसका जिक्र सदन में किया था.

ऐसे पहुंचे इस खास दुकान परबलिया रेलवे स्टेशन से लगभग 18 किलोमीटर दूर बस, रोडवेज या अन्य साधन के माध्यम से सहतवार पहुंचा जा सकता है और सहतवार के मुख्य बाजार में ही यह मशहूर दुकान जिसका नाम राम रतन मिष्ठान भंडार है मौजूद है. जहां आप भी आकर इस मशहूर गाजर के हलवे के स्वाद का आनंद ले सकते हैं.
.Tags: Ballia news, CM Yogi, Local18FIRST PUBLISHED : December 2, 2023, 18:57 IST

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