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रिपोर्ट: धीरेन्द्र शुक्ला

चित्रकूट. सूखे की मार, भूखमरी के हालात और सरकारी दावों का जमीनी खोखलापन बुंदेलखंड का दर्द है. इसे कोई सुनने वाला नजर नहीं आ रहा. सरकार का मुआवजा कुछ राहत देता है लेकिन इसमें गड़बड़ियों का यह आलम है कि चारों ओर से शिकायतों का अंबार लग चुका है .सीधे तौर पर किसान की राहत कोष में एक बार फिर सरकारी मशीनरी ने अपना खेल कर दिया.सरकार के द्वारा किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को पैसे दिए जा रहे थे. जिन पैसों का पहली किस्त और दूसरी किस्त आसानी से मिल गई. लेकिन उसके बाद किसानों की किस्त लापता हो गई. किसान लगातार चित्रकूट के कृषि कार्यालय के चक्कर लगा रहे है लेकिन कोई उनकी सुनने वाला नहीं है.

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत ₹ 6,000 प्रति वर्ष प्रत्येक पात्र किसान को तीन किश्तों में भुगतान किया जाता है और सहायता राशि सीधे उनके बैंक खातों में जमा हो जाती है. अर्थात प्रत्येक 4 माह के बाद किसान को 2 हजार की सहायता राशि दी जाती है. योजना की शुरुआत वर्ष 2018 के रबी सीजन में की गई थी.

कृषि कार्यालय से नहीं मिल रहा कोई मददन्यूज 18 ने जब किसानों से बातचीत किया तो किसान भाई ने बताया कि लगभग 25 किलोमीटर की पैदल यात्रा करके वह चित्रकूट के कृषि कार्यालय आया है . लेकिन यहां पर कभी भी किसी प्रकार की मदद नहीं मिल रही है . किसान न बताया की वह यहां चौथी बार यहां पर आया है उसकी दो बार किस्त आई है. लेकिन उसके बाद तीसरी किस्त लापता हो गई अधिकारी मुझे किसी प्रकार की जानकारी नहीं दे रहे है.

किसानों की हर समस्या का होगा समाधानकृषि उपनिदेशक राजकुमार के मुताबिक स बसे महत्वूपर्ण है बैंक खाते से आधार का लिंक किया जाना. ऐसा इसलिए जरूरी कर दिया गया है क्योंकि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में पैसा ट्रांसफर किया जाता है. अतः जिनका भी आधार कार्ड लिंक नहीं है वो उसको ठीक कर ले . इसके बाद ही पैसा उनके खाते में आएगा. कुछ लोग अपात्र थे जिसको चिन्हित करके उन लोगों के नाम हटाया गया है. ऐसे में कई प्रकार की कार्रवाई लगातार कृषि विभाग कर रहा है. हालांकि जिन किसानों को समस्या है उनको समाधान करने के लिए हम कार्यालय में उपस्थित हैं. किसी भी समय आकर यहां संपर्क कर सकते है. उनके समस्या का समाधान तत्काल प्रभाव से किया जाएगा. किसान देश का अन्नदाता है उसका ख्याल रखना हमारी जिम्मेदारी है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Chitrakoot News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : March 15, 2023, 13:02 IST

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