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धीरेन्द्र शुक्ला/चित्रकूट. चित्रकूट में काफी प्रसिद्ध देवी हैं, जिन्हें फूलमती माता के नाम से जाना जाता है. बताया जाता है कि माता के दरबार में यदि सोमवार के दिन कोई भी पूजा-अर्चना और शाम की आरती में सम्मिलित होता है तो उसको मुंहमांगा वरदान माता जरूर प्रदान करती हैं. चित्रकूट में इस स्थान पर शाम होते ही भक्तों का तांता लग जाता है. काफी दूर-दूर से मां के दरबार में भक्त पहुंचते हैं. चित्रकूट में माता फूलमती का मंदिर रामगिरी में है.

ऐसा माना जाता है कि माता शिवानी का दाहिना स्तन यहीं पर गिरा था. माता में इतनी शक्ति है कि श्रद्धालुओं की जो भी विपदा होती है, मां उन्हें दूर करती हैं. कुछ लोग मैहर की माता शारदा को शक्तिपीठ मानते हैं, तो कुछ लोग चित्रकूट के रामगिरि स्थान पर स्थित माता शिवानी को शक्तिपीठ मानते हैं. माता शिवानी को चित्रकूट के आसपास के लोग माता फूलमती के नाम से पुकारते हैं.

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महिला की आपबीती

महिला भक्त तृषा कट्टर अहमदाबाद की रहने वाली हैं. लगभग 5 साल से लगातार अपना इलाज हर जगह जाकर करा रही थीं. लेकिन कहीं से पता चला कि माता फूलमती के दर्शन से शायद उनकी समस्या का समाधान हो जाए. उन्होंने बताया कि तब वे सोमवार के दिन चित्रकूट के माता फूलमती के दरबार में पहुंचीं. शाम की आरती में शामिल हुईं. उसके बाद से उनकी समस्याएं धीरे-धीरे कम होने लगीं. वे कहती हैं कि माता के दरबार में जो भी आता है. माता उसकी फरियाद जरूर सुनती हैं.

पुजारी की आस्था

फूलमती माता के पुजारी नागा बाबा के मुताबिक, माता के दरबार में सोमवार के दिन का खास महत्व है. वैसे माता का दरबार नवरात्र में तो हर दिन सजा रहता है. लेकिन सोमवार की शाम का खास महत्व है. यहां के लोग शिवानी माता के नाम से पुकारते हैं. उसका कारण है कि यहां की माता दुलारी रही हैं. साथ ही माता यहां के आसपास के लोगों की रक्षा करती हैं. माता कभी किसी को खाली झोली वापस नहीं भेजती हैं. जो भी उनकी दरबार में सच्चे मन से आता है तो उसकी मुराद माता अवश्य पूरी करती है.
.Tags: Chitrakoot News, Dharma Aastha, TemplesFIRST PUBLISHED : May 29, 2023, 12:31 IST

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