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विशाल झा
गाजियाबाद. उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा की तैयारियां जोरों पर हैं. जिले में इस बार 350 से अधिक स्थानों पर छठ घाट बनाए गए हैं. इनमें से प्रमुख छठ घाट हिंडन नदी के किनारे बनाए गए हैं. गाजियाबाद नगर निगम की ओर से इन घाटों की साफ-सफाई के लिए एक टीम बनाई गई है जो पूजा के दौरान वहीं मौजूद रहेगी और साफ सफाई का ध्यान रखेगी. साथ ही गाजियाबाद नगर निगम के द्वारा घाटों पर रंग-बिरंगे फूलों से सजावट भी की जा रही है.
दरअसल छठ पूजा के लिए घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है. इसको ध्यान में रखते हुए इस बार गाजियाबाद नगर निगम के द्वारा विशेष तैयारियां की गई हैं. न्यूज़ 18 लोकल को नगर निगम के नगर आयुक्त नितिन गौड़ ने बताया कि इस बार छठ घाटों की साफ-सफाई युद्ध स्तर पर की जा रही है. त्योहार को लेकर पूर्वांचल के लोगों में उत्साह भी देखने को मिल रहा है. इसके साथ ही छठ व्रतियों और उनके परिवारवालों की सुरक्षा भी हमारे लिए महत्वपूर्ण है.
छठ के व्रत का विधि विधाननहाय-खायनहाय खाय से छठ पूजा की शुरुआत की जाती है. इस दिन व्रती नदी में स्नान कर अपने आप को शुद्ध करते हैं. इसके बाद सिर्फ एक समय का भोजन ग्रहण किया जाता है.
खरनाछठ के दूसरे दिन खरना होता है. शाम के दिन लौकी (घीया) की खिचड़ी खाई जाती है. इस दिन प्रसाद तैयार किया जाता है.
अर्ध्यछठ का तीसरा दिन सबसे विशेष दिन होता है. इस दिन भगवान सूर्य की पूजा की जाती है और उन्हें अर्घ्य दिया जाता है. इस दिन छठ व्रती डूबते सूर्य की आराधना करते हैं.
उषा अर्ध्यचौथे दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने की प्रथा है. भगवान भास्कर को लगभग 36 घंटे के व्रत के बाद अर्ध्य दिया जाता है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Chhath Mahaparv, Chhath Puja, Delhi-NCR News, Ghaziabad News, Up news in hindiFIRST PUBLISHED : October 28, 2022, 13:46 IST

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