[ad_1]

रिपोर्ट – अभिषेक जायसवाल
वाराणसी. साल 2022 का अंतिम चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2022) मंगलवार 8 नवम्बर को लग रहा है.पंचांग के मुताबिक बाबा विश्वनाथ के शहर बनारस (Banaras) में शाम 5 बजकर 10 मिनट से चंद ग्रहण की शुरुआत होगी. चंद्र ग्रहण से ठीक पहले ही वाराणसी (Varanasi) के सभी छोटे बड़े मंदिरों के कपाट बंद हो गए हैं. मंदिर के कपाट बंद हैं, फिर भी लोग मंदिर पहुंच पूजन कर रहे हैं. मान्यता है कि ग्रहण काल के कुप्रभाव से बचने के लिए इस समय में पूजन, मंत्र जप का विशेष फल मिलता है. यही वजह है कि लोग मंदिरों में बंद कपाट के सामने खड़े होकर पूजन अर्चन कर रहे हैं.
वाराणसी के संकट मोचन, कूष्मांडा देवी, मानस मंदिर सहित सभी छोटे बड़े मन्दिर सुबह 8 बजे सूतक काल शुरू होने के साथ ही बंद हो गए. कपाट बंद करने के पहले आरती हुई उसके बाद मंदिर को बंद कर दिया गया. बताते चलें कि अब शाम को ग्रहण के मोक्ष के बाद यानी 7 बजे के करीब आरती पूजन के बाद दोबारा मंदिरों को खोला जाएगा.
वाराणसी में 69 मिनट रहेगा ग्रहण

उसके बाद भक्तों को देव विग्रह के दर्शन होंगे. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक ग्रहण काल के पहले लगने वाले सूतक काल को अशुभ माना जाता है. इस समय देव विग्रह का स्पर्श वर्जित माना गया है. यही वजह है कि सूतक के लगने से पहले ही वाराणसी में मंदिरों के कपाट बंद हो जाते हैं. वाराणसी में शाम 5 बजकर 10 मिनट से ग्रहण काल की शुरुआत होगी और शाम 6 बजकर 19 मिनट पर मोक्ष होगा. बीएचयू के ज्योतिष विभाग के प्रोफेसर सुभाष पांडेय ने बताया कि वाराणसी में ग्रहण काल की कुल अवधि 69 मिनट की होगी.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Chandra Grahan, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : November 08, 2022, 11:35 IST

[ad_2]

Source link