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विशाल भटनागर/मेरठ. साइबर लॉ के क्षेत्र में भविष्य बनाने के लिए अन्य राज्यों के विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स को जल्द ही यह सुविधा चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर एवं संबद्ध कॉलेजों में मिल सकती है. इस कोर्स को लेकर विशेषज्ञ द्वारा सभी प्रकार की तैयारी करते हुए पैटर्न भी तैयार कर लिया गया है, ताकि कोर्स जब संचालित किया जाए तो किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो.

मेरठ कॉलेज की प्राचार्या डॉ. अंजली मित्तल ने बताया कि उन्होंने एवं अन्य विशेषज्ञ द्वारा साइबर लॉ के कोर्स को डिजाइन किया गया है, जिसमें स्टूडेंट को वह सभी जानकारियां प्रदान की जाएंगी. इसके माध्यम से वह भविष्य में बेहतर साइबर एक्सपर्ट बनकर साइबर क्राइम करने वाले लोगों पर अंकुश लगा सकेंगे. कहा कि वर्तमान में इस कोर्स की बड़ी आवश्यकता है.

हर विषय के स्टूडेंट कर सकेंगे कोर्सडॉ. अंजलि ने बताया कि इस कोर्स को सभी वर्ग के स्टूडेंट को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है, जिससे बीए, बीएससी, बीकॉम करने वाले स्टूडेंट भी पीजी में साइबर लॉ डिप्लोमा कोर्स कर सकें. बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा ही इस कोर्स पर निर्णय लिए जाना है. गौरतलब है कि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला द्वारा नए-नए कोर्स की अनुमति प्रदान की जा रही है. जिससे छात्र-छात्राएं नई शिक्षा नीति के तहत अपने भविष्य को संवार सकें. संभावना जताई जा रही है कि यह कोर्स भी इस सत्र से शुरू हो सकता है.

सेल्फ फाइनेंस होगा कोर्सबताते चलें कि यह कोर्स पूर्ण रूप से सेल्फ फाइनेंस होगा. किसी भी कॉलेज में अधिकतम 40 सीटों पर ही यह कोर्स शुरू किया जाएगा. वहीं दूसरी ओर जिस प्रकार पश्चिम उत्तर प्रदेश के मेरठ कॉलेज, एनएनएस कॉलेज, विश्वविद्यालय परिसर सहित अन्य कॉलेज में विधि के क्षेत्र में स्टूडेंट बेहतर परफॉर्म करते हुए विशेष पहचान बना रहे हैं, उससे आने वाले समय में मेरठ साइबर एक्सपर्ट देने में भी बड़ी भूमिका निभा सकता है.
.Tags: Education news, Local18, Meerut newsFIRST PUBLISHED : September 21, 2023, 21:46 IST

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